स्कूल : समर वेकेशन खत्म होने जा रहे हैं और इसी के साथ बच्चों के स्कूल भी शुरू हो जाएंगे. अब घर में बच्चों की धमाचौकड़ी भी कम हो जाएगी. वहीं, छोटे बच्चों की प्री-स्कूल में एंट्री हो जाएगी. क्या आपका बच्चा इस साल से अपनी स्कूली दुनिया में कदम रखने जा रहा है? तो इतना जान लीजिए कि किसी भी बच्चे की लाइफ में स्कूल की शुरुआत होना आसान नहीं है.
ये बच्चों के लिए एक बदलाव होता है. इसके लिए आपको बच्चे को पहले से तैयार करना ही होगा. इसके साथ ही पेरेंट्स खासकर मां को भी खुद को भी प्रिपेयर करना होगा, ताकि बच्चे के स्कूल का पहला दिन आप दोनों के लिए खास बने. ऐसे में ये टिप्स आपके बेहद काम आ सकते हैं
1. प्री-प्रिपरेशन है जरूरी
हालाककि, किसी भी नए बदलाव के लिए पहले से तैयारी करना अच्छी बात होती है, फिर तो यहां छोटे बच्चों की बात है. ऐसे में प्री-प्रिपरेशन करने से और आसानी हो जाती हैं. बच्चे को स्कूल के पहले दिन के लिए पहले से ही तैयार कर लें. एडमिशन के बाद और स्कूल भेजने से पहले इस बारे में अपने बच्चे से जरूर बात करें. उसे मेंटली रोज स्कूल जाने के लिए तैयार करें. उसे स्कूल से जुड़ी हर छोटी-बड़ी चीजें के बारे में बताना ना भूलें. बेहतर होगा आप जरूरी बातें कहानियों के जरिए समझाएं. उसे इस बात के लिए रेडी करें कि जब वह स्कूल जाएगा, तो उसके लाइफ में किस तरह से और क्या-क्या चीजें बदल जाएंगी.
2. स्कूल जाने से पहले कर लें एक विजिट
अपने बच्चे को स्कूल भेजने से पहले एक बार स्कूल विजिट करना और भी अच्छा रहेगा. बच्चे को साथ लेकर स्कूल लेकर जाएं, उसे अपने टीचर्स से मिलाएं. इसके बाद उसे उसका क्लासरूम दिखाएं. उसे बताएं कि अब उसे रोज यहां आना होगा.
3. टीचर को बताएं जरूरी बातें
आजकल तो ज्यादातर स्कूलों में एडमिशन फॉर्म भरते समय ही बच्चे से जुड़ी हर डिटेल स्कूल में देनी पड़ती हैं. फिर भी आप अपने बच्चे की क्लास टीचर को बच्चे के बारे में कुछ खास बातें जरूर बता दें. बच्चों के व्यवहार और उसकी हेल्थ से जुड़ी चीजों के बारे में टीचर को पहले से बता दें.
4. बच्चे को फॉलो कराएं रूटीन
अचानक से बच्चे के रूटीन में चेंजेस करने से बचें. यह बदलाव उसकी नन्हें से मन को विचलित कर सकता है. ऐसे में आपको भी दिक्कत होगी. पहले दिन उसे स्कूल भेजने की परेशानी से बचना है तो बेहतर होगा पहले से उसे थोड़ा-थोड़ा स्कूल रूटीन के मुताबिक ढालें. इसके अलावा बच्चे के साथ स्कूल गेम खेलें, या किसी एक्टिविटी के जरिए उसे स्कूल की चीजों से परिचित कराएं. उसके स्कूल टाइमिंग के मुताबिक उसे उठाना शुरू करें, दोपहर में स्कूल छूटने के बाद नैप की आदत डालें. इस तरह छोड़ी-छोड़ी आदते बदलकर उन्हें स्कूल जाने के लिए पहले से तैयार कर लें, ताकि स्कूल का पहला दिन उनका रोते-रोते ना गुजरें.