उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता (UCC) को कानूनी अमलीजामा पहनाने को लेकर हलचल तेज हो गई है. पुष्कर सिंह धामी की सरकार ने UCC की संभाव्यता और कानूनी पहलुओं का विश्लेषण करने के लिए विशेषज्ञ समिति का गठन किया था. कमेटी ने अपनी रिपोर्ट प्रदेश सरकार को सौंप दी है. विधानसभा के सत्र मे UCC को लेकर विधेयक पेश किया जा सकता है. इसे देखते हुए बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है. मुस्लिम धर्मगुरु और ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन के अध्यक्ष साजिद रशीदी ने ऐसा बयान दिया है, जिसपर विवाद गहरा सकता है.
साजिद रशीदी ने UCC पर बयान देते हुए कहा कि अब मुसलमानों को कुर्बानी देनी होगी. मुस्लिम धर्मगुरु ने कहा, ‘यह (UCC का लागू होना) सिर्फ मुसलमानों के लिए दिक्कत नहीं है. यह सभी धर्म और पंथ के लोगों के लिए दिक्कत वाली है. अब मुसलमानों को संवैधानिक तरीके से बाहर होना होगा. मुस्लिमों को कुर्बानी देनी पड़ेगी.’ साजिद रशीदी ने आगे कहा कि ज्ञानवापी में क्या हो रहा है…अगर मुसलमान ऐसे ही चुप रहेगा तो इनके कदम ऐसे ही आगे बढ़ते रहेंगे. इसलिए यदि ऐसा होता रहा तो मुसलमान चुप नहीं रहेगा.
लगातार हो रही बयानबाजी
इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) प्रमुख मौलाना तौकीर रजा ने प्रमुख मौलाना तौकीर रज़ा ने एक बार फिर भड़काऊ बयान दिया है. मौलाना तौकीर रज़ा ने कहा कि आज पूरे मुल्क में जिस तरह का माहौल है, उसको लेकर मुसलमानों ने इसलिए कोई एक्शन नहीं दिखाया क्योंकि रिएक्शन देने से फसाद होने की आशंका है. हमारी खामोशी और हमारे देश प्रेम को लोग हमारी कायरता समझ गए. मौलाना तौकीर रज़ा ने कहा कि साल 2014 से पहले रोजाना बम फटा करते थे और इलजाम लगाया जाता था कि मुसलमानों का हाथ है. वे बम 2014 के बाद गायब हो गए हैं और यह साबित हुआ कि वही लोग बम फोड़ रहे थे, जो आज सत्ता में मौजूद हैं.
उत्तराखंड कैबिनेट ने UCC के ड्राफ्ट को किया मंजूर
उत्तराखंड कैबिनेट ने समान नागरिक संहिता को लेकर गठित विशेषज्ञ समिति की रिपोर्ट पर अपनी मुहर लगा दी है. सरकार ने इरादा जताया है कि वह विधानसभा के इसी सत्र में समान नागरिक संहिता से संबंधित विधेयक सदन में प्रस्तुत करेगी. समान नागरिक संहिता विधेयक का सदन में पारित होना अपने आप में ऐतिहासिक क्षण होगा. हालांकि, इसको लेकर मुस्लिम समुदाय से विरोध के सुर उभर रहे हैं.