RBI : एक साल में कितने नोट छापे जाएंगे या फिर चाहे नोट बंद करने की बात हो, इसका अंतिम फैसला एक तरह से भारत सरकार का ही होता है। हालांकि, सरकार भी इसे लेकर वरिष्ठ अर्थशास्त्रियों के साथ चर्चा करती है। इसकी अनुमति लेने का प्रोसेस 2 चरणों में होता है। पहले चरण में रिजर्व बैंक (RBI) केंद्र सरकार को नोट छपाई के लिए अर्जी भेजता है। इसके बाद सरकार इस पर आरबीआई (Reserve Bank of India) के ही वरिष्ठ अर्थशास्त्रियों के एक बोर्ड के साथ चर्चा करती है। इसके बाद आरबीआई (RBI) को नोट छापने की मंजूरी दे दी जाती है। इस तरह नोट छपाई की अनुमति के लिए सरकार, बोर्ड और रिजर्व बैंक मिलकर काम करते हैं। हाल ही में एक खबर सामने आई है, जिसमें बताया जा रहा है कि नोटों पर से महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) तस्वीर को हटाया जाएगा और नोटों पर इन दो शख्स की फोटो लगाई जाएगी। आइए जानते है इसके बारे में विस्तार से.
पिछले साल ही भारत सरकार ने 2 हजार के नोट को चलन से बाहर कर दिया था। अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं। कि क्या आने वाले दिनों में महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) की तस्वीर नोटों से हटा दी जाएगी? एक रिपोर्ट में कहा गया है कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया रविन्द्र नाथ टैगोर और ए पी जे अब्दुल कलाम की तस्वीर वाली नोट को जारी करने पर विचार कर रहा है।
रिपोर्ट में कहा गया कि वित्त मंत्रालय के अधीन सिक्योरिटी प्रिंटिंग एंड मिंटिंग काॅर्पोरेशन ऑफ इंडिया (SPMCIL) ने महात्मा गांधी, ए पी जे अब्दुल कलाम और रविन्द्र नाथ टैगोर (Rabindranath Tagore)के वॉटरमार्क वाले दो सेट IIT दिल्ली के प्रोफेसर दिलीप साहनी के पास भेजा है। प्रोफेसर साहनी उन दोनों सेट में से चयन करने के लिए कहा गया है। जिसके बाद इसे सरकार के सामने प्रस्तुत किया जाएगा।
अब इस पर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि बैंक नोट पर महात्मा गांधी की तस्वीर बदलने का कोई प्रस्ताव नहीं है। केंद्रीय बैंक ने स्पष्ट किया कि मीडिया में कुछ जगह ऐसी खबरें दिखी हैं कि भारतीय रिजर्व बैंक महात्मा गांधी के फोटो वाली वर्तमान मुद्राओं और बैंक नोटों को बदल कर उसकी जगह अन्य लोगों के चत्रिवाले नोट और मुद्रा लाने का विचार कर रहा है। रिजर्व बैंक का ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है।
एक से अधिक व्यक्तियों वाले नोट का कई देश कर रहे हैं प्रयोग
अमेरिका और जापान में एक से अधिक व्यक्तियों वाले नोटो की छपाई की जाती है। अमेरिकी डाॅलर पर जार्ज से वाशिंगटन अब्राहम लिंकन तक की तस्वीर दिखाई देगी। वहीं, जापान के येन पर भी कई तस्वीरें दिखाई दे देती हैं।
बंद होने वाला 100 रुपये का नोट
सोशल मीडिया पर वायरल इस पोस्ट में दावा किया जा रहा था कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया 100 रुपये के पुराने नोट्स को बंद करने की योजना बना रहा है और अब ये नोट चलन से बाहर हो जाएंगे। इसमें कहा गया था कि RBI ने 31 मार्च 2024 तक 100 रुपये के पुराने नोटों को बदलने का निर्देश दिया है।
जब इसका फैक्ट चेक किया गया तो पता चला कि यह दावा पूरी तरह गलत था। पुराना नोट पूरी तरह से वैध है और इसे बंद करने की रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की कोई योजना नहीं है। आरबीआई ने भी इसे लेकर आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा है।
फैक्ट चेक में क्या पता चली सच्चाई
जब इस बारे में हमने खोजबीन की तो पता चला कि ऐसी कोई खबर नहीं है। आरबीआई की आधिकारिक वेबसाइट खंगालने पर भी इस संबंध में कोई जानकारी नहीं मिली। आरबीआई की एक पुरानी प्रेस रिलीज में उसने कहा है कि 100 रुपये के पुराने नोट वैध बने रहेंगे। फैक्ट चेक में यह बिल्कुल साफ हो चुका है कि बैंक ने पुराने नोट बदलने के बारे में कुछ नहीं कहा है और सोशल मीडिया पर किया जा रहा दावा पूरी तरह निराधार है। 100 रुपये के सभी पुराने और नए नोट चलते रहेंगे।
500 रुपये के नोट को लेकर फैली एक और अफवाह
500 रुपये के नोट को लेकर एक और अफवाह फैली है जिसको लेकर आरबीआई को सामने आना पड़ा है। आरबीआई (RBI) ने ‘स्टार’ निशान (*) वाले नोट की वैधता को लेकर सोशल मीडिया पर जताई जा रही तमाम आशंकाओं को खारिज किया है. इस मामले में आरबीआई ने कहा है कि आपके पास अगर ऐसा कोई बैंक नोट आया है, जिसमें सीरीज के बीच स्टार लगा है, तो ये नोट भी किसी भी दूसरे नोट की तरह वैध है.
जानिए RBI ने क्या कहा
रिजर्व बैंक ने जारी बयान में कहा कि गलत छपाई वाले नोट की जगह जारी किए जाने वाले नोट पर अंकित संख्या वाले पैनल में स्टार निशान जोड़ा गया है. इस स्टार निशान को देख कर कुछ लोगों ने इसे दूसरे 500 रुपये के नोट से तुलना करते हुए नकली या अवैध बता दिया, जिसके बाद आरबीआई ने संज्ञान लेते हुए जानकारी दी है. रिजर्व बैंक ने बताया कि सीरियल नंबर वाले नोटों की गड्डी में गलत ढंग से छपे नोट के बदले स्टार निशान वाले नोट जारी किए जाते हैं. स्टार का यह निशान नोट के नंबर और उसके पहले दर्ज होने वाले अक्षरों के बीच में लगाया जाता है.
नोट पर स्टार निशान का क्या है अर्थ
रिजर्व बैंक ने यह स्पष्ट किया कि स्टार निशान वाला बैंक नोट किसी भी दूसरे वैध नोट की ही तरह है. उसका स्टार निशान बस यह दिखाता है कि उसे बदले गए या दोबारा प्रिंट किए गए नोट की जगह जारी किया गया है. बता दें कि स्टार नोट का प्रचलन नोट की प्रिंटिंग को आसान बनाने, लागत कम करने के लिए साल 2006 में शुरू किया गया था. इससे पहले रिजर्व बैंक गलत प्रिंट होने वाले नोट को उसी नंबर के सही नोट से बदलता था।
500 के नोट ने बढ़ाई आरबीआई की मुश्किलें-
बीते 19 मई 2023 को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 2000 रुपये के नोटों (Rs 2000 Note) को बंद करने का फैसला किया. देश के तमाम बैंकों में इनकी वापसी की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है. अब RBI की सालाना रिपोर्ट में 500 रुपये के नोटों को लेकर भी बड़ा खुलासा हुआ है. दो हजार के नोटों को बदलने के लिए दी गई 30 सितंबर की मियाद पूरी होने से पहले ही केंद्रीय बैंक के सामने 500 रुपये के नोटों से जुड़ी एक और मुश्किल सामने आ गई है।
दरअसल, 2000 रुपये के गुलाबी नोट बंद होने के बाद अब देश में सबसे बड़ा ये करेंसी नोट रिजर्व बैंक के लिए बड़ा सिरदर्द बनते जा रहे हैं. रिपोर्ट की मानें तो 500 के नकली नोट की घुसपैठ में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. 2022-23 में 500 रुपये के करीब 91 हजार 110 नकली नोट पकड़े गए थे, जो 2021-22 के मुकाबले 14.6 फीसदी ज्यादा है. 2020-21 में 500 रुपये के 39,453 नकली नोट पकड़े गए थे. जबकि 2021-22 में 76 हजार 669 के नकली नोट पकड़े गए थे।
2000 के नकली नोटों की संख्या घटी
नकली नोटों (Fake Currency) की बरामदगी के मामलों में 500 रुपये के नोट के अलावा 2000 रुपये के नकली नोट भी शामिल रहे. हालांकि इनकी संख्या में कमी दर्ज की गई है और वित्त वर्ष 2022-23 में 2000 रुपये के नकली नोटों की संख्या 28 फीसदी घटकर 9 हजार 806 नोट रह गई. 500 और दो हजार रुपये के नोटों के अलावा 100, 50, 20, 10 रुपये के भी नकली नोट पकड़े गए हैं. RBI की रिपोर्ट के मुताबिक, बैंकिंग सेक्टर में पकड़े गए नकली नोटों की कुल संख्या 2 लाख 25 हजार 769 रही, जबकि पिछले साल 2 लाख 30 हजार 971 के नकली नोट मिले थे।
20 रुपये के नोटों में भी बढ़ी घुसपैठ
500 रुपये के अलावा इस साल 20 रुपये के नकली नोटों की संख्या में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। रिजर्व बैंक (RBI) की रिपोर्ट के अनुसार 2022-23 में 20 रुपये के नकली नोटों में 8.4 फीसदी की बढ़ौतरी हुई है। वहीं 10 रुपये के नकली नोटों की संख्या में 11.6 फीसदी और 100 रुपये के नकली नोटों की संख्या में 14.7 फीसदी की कमी आई है। नकली नोट के अलावा रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने अपनी एनुअल रिपोर्ट में नोटों पर होने वाली छपाई की भी पूरी जानकारी दी है।
RBI ने 2022-23 में कुल 4 हजार 682.80 करोड़ रुपये नोट छापने के लिए खर्च किए थे। 2021-22 में छपाई का खर्च 4 हजार 984.80 करोड़ रुपये था।
10 और 500 के नोटों की बड़ी हिस्सेदारी
वहीं अगर सर्कुलेशन की बात करें, तो सबसे ज्यादा सर्कुलेशन में 10 रुपये और 500 रुपये के नोट मौजूद हैं। 2023 तक वॉल्यूम के हिसाब से देश के कुल कुल करेंसी सर्कुलेशन का 37.9 फीसदी 500 के नोट है। इसके बाद 10 रुपये के नोट की हिस्सेदारी 19 प्रतिशत है। ऐसे में 500 रुपए के नकली नोटों को सिस्टम से साफ करना RBI की बड़ी चुनौती है।