भारत में बैटल रॉयल गेम प्लेयरअननोन्स बैटलग्राउंड्स (PUBG) को भारत में साल 2020 में बैन किया गया है. इस गेम ऐप पर बैन चाइनीज पब्लिशर Tencent से जुड़े होने की वजह से लगाया गया था. बाद में इस गेम की वापसी रिब्रांडेड अवतार बैटलग्राउंड्स मोबाइल इंडिया यानी BGMI नाम से हुई से भारतीय बाजार में हुई थी. इस गेम को सिंगापुर की कंपनी Krafton ने डेवलप किया है. हालांकि, अब इस पर भी बैन लग सकता है.
मामले से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, भारतीय अधिकारियों को चिंता है कि गेम द्वारा कलेक्ट किया गया डेटा राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर सकता है और साइबर हमलों का कारण बन सकता है. हमारी सहयोगी वेबसाइट न्यूज 18 इंग्लिश की एक रिपोर्ट के मुताबिक कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ समन्वय के लिए जिम्मेदार केंद्र सरकार के साइबर सुरक्षा प्रभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दावा किया है कि एजेंसी ने ऐप को बंद करने की सिफारिश की है.
क्या है सीमा हैदर का कनेक्शन?
रिपोर्ट में स्पष्ट कारणों का जिक्र नहीं किया गया है लेकिन इस कदम के पीछे पाकिस्तानी नागरिक सीमा हैदर के भारत में प्रवेश और अन्य अपराधों जैसे फैक्टर्स का हवाला दिया गया है. कहा जाता है कि पाकिस्तानी नागरिक सीमा हैदर की अपने साथी सचिन मीना से BGMI प्लेटफॉर्म पर ही मुलाकात हुई थी. गेम का सर्वर अमेरिका में स्थित है. लेकिन भारतीय एजेंसियां, डेटा को कहीं और स्थित सर्वर पर स्थानांतरित करने और साइबर हमलों में उपयोग किए जाने की संभावना को लेकर चिंतित हैं, जो देश की सुरक्षा से समझौता कर सकते हैं.
एक खुफिया एजेंसी की रिपोर्ट में इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि नियमों के कुछ ऐसे उल्लंघन पाए गए हैं जो भारतीय यूजर्स पर लक्षित साइबर हमले करने के इरादे से प्रोफाइलिंग के लिए यूजर्स डेटा कलेक्ट करके साइबर थ्रेट पैदा कर सकते हैं. गृह मंत्रालय (MHA) ने इस चिंता के बारे में इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (Meity) को अवगत कराया है.
खुफिया एजेंसी की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि ऐप में कई समस्याएं हैं, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा यह है कि ये डायरेक्ट या इनडायरेक्ट तौर पर चीन में स्थित सर्वर से कम्युनिकेशन कर रहा है. सोर्सेज ने ये भी पुष्टि की है कि अन्य ऐप जो ‘रिब्रांड’ हुए हैं, वे भी चीन में सर्वर के साथ कम्युनिकेशन कर रहे हैं और जांच के दायरे में हैं. अगले हफ्ते स्थिति से निपटने के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक होने वाली है. कंपनी इसमें अपना मामला पेश करेगी और गेम के भविष्य के बारे में निर्णय लेने से पहले केंद्रीय एजेंसियां अपने रुख की समीक्षा करेंगी.