पथरी : किडनी स्टोन यानी गुर्दे में पथरी एक दर्दनाक स्थिति है. ये कठोर जमा पदार्थ गुर्दे में बनते हैं और पेशाब के माध्यम से बाहर निकलते समय तेज दर्द पैदा करते हैं. हालांकि कुछ योगासन हैं जो पथरी को बाहर निकालने और गुर्दे के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं. National Yoga Day 2024 के अवसर पर हम आपको ऐसे ही 5 योगासन के बारे में बता रहे हैं जो किडनी की मांसपेशियों को मजबूत करते हैं, मूत्र प्रवाह को बढ़ाते हैं और पथरी को तोड़ने में सहायता करते हैं. लेकिन ध्यान रखें स्टोन का साइज बड़ा होने पर सर्जरी की आवश्यकता पड़ सकती है.
उष्ट्रासन
यह आसन रीढ़ की हड्डी और पेट की मांसपेशियों को खींचता है, जिससे मूत्र प्रवाह में सुधार होता है और पथरी को बाहर निकलने में मदद मिलती है.
भुजंगासन
यह आसन पेट की मांसपेशियों को मजबूत करता है और पाचन में सुधार करता है, जिससे पथरी बनने की संभावना कम होती है.
विपरीत करणी
यह आसन रक्त परिसंचरण में सुधार करता है और गुर्दे पर दबाव कम करता है, जिससे पथरी से होने वाले दर्द से राहत मिलती है. इसे भी पढ़ें- उम्र के हिसाब से नहीं बढ़ रही बच्चे की हाइट, तो रोजाना करवाएं ये 5 योगासन
पवनमुक्तासन
यह आसन पेट की मसाज करता है और गैस को बाहर निकालता है, जिससे पथरी बनने की संभावना कम होती है.
धनुरासन
यह आसन रीढ़ की हड्डी और पेट की मांसपेशियों को खींचता है, जिससे मूत्र प्रवाह में सुधार होता है और पथरी को बाहर निकलने में मदद मिलती है.
ध्यान रखें
इन योगासनों का अभ्यास करने से पहले किसी योग प्रशिक्षक की सलाह जरूर लें. यदि आपको कोई स्वास्थ्य समस्या है तो इन योगासनों का अभ्यास न करें. पथरी से पीड़ित होने पर, तुरंत डॉक्टर से सलाह लें. साथ ही इन योगासनों के नियमित अभ्यास के साथ-साथ, पथरी से बचाव के लिए भरपूर पानी पीना, स्वस्थ आहार लेना और नियमित व्यायाम करना भी महत्वपूर्ण है.