कपोतासान: योगा ट्रेनर शशांक गुप्ता बताते हैं कि, कपोतासान योग IBS और क्रोहन डिजीज जैसे पेट और पाचन संबधी समस्याओं को दूर करने में प्रभावी हो सकता है. इस योग की मदद से रीढ़ की हड्डी के निचले हिस्स के क्षेत्र में स्थित पसोस मांसपेशियों में फैलाव आता है. इससे पाचन में सुधार करने में मदद मिल सकती है. साथ ही इससे रीढ़ में होने वाले स्ट्रेस को कम किया जा सकता है. (Image- Canva)
नौकासन: पेट साफ करने के लिए नौकासन योगा एक बेहतरीन ऑप्शन है. इस योगा को नियमित करने से पाचन क्रिया में तेजी से सुधार होता है. इस योग को करने के लिए जमीन पर मैट बिछाकर पैरों को सामने की तरफ फैलाकर बैठें. इसके बाद घुटनों को मोड़कर पैरों को जमीन से थोड़ा ऊपर उठाएं और अपने हाथों को सामने की तरफ रखें. इस आसान को कुछ देर होल्ड करें और फिर छोड़ दें. (Image- Canva)
उत्तानासन: इस योगासन को करने से शरीर के पॉश्चर में सुधार होने के साथ तनाव दूर होता है. इसके साथ ही यदि आप पाचन प्रक्रिया में सुधार चाहते हैं, तो उत्तानासन योगासन की मदद ले सकते हैं. इस योग को नियमित करने से कब्ज से काफी हद तक राहत मिल सकती है. इस अभ्यास का लाभ लेने के लिए नियमित रूप से करीब 5 से 10 मिनट तक करना चाहिए. (Image- Canva)
कुंभकासन: पेट से जुड़ी परेशानियों को दूर करने के लिए कुंभकासन योग भी अच्छा होता है. इससे न सिर्फ पेट साफ होने में मदद मिलती है बल्कि बाहर निकला पेट अंदर भी हो जाता है. इस आसन को करने के लिए जमीन पर पेट के बल लेटें. इसके बाद अपने पैरों के पंजों को जमीन पर टिकाएं, शरीर को उठाएं और हथेलियों को जमीन पर टिकाकर रखें और पोज होल्ड करें. प्लैंक के ही तरह यह पोज नजर आता है. (Image- Canva)
त्रिकोणासन: आंतों की गंदगी को बाहर करने के लिए आप त्रिकोणासन की मदद ले सकते हैं. यह गट हेल्थ में सुधार करता है. इससे कब्ज की परेशानी से राहत मिलती है. साथ ही पाचन स्वास्थ्य को बेहतर करने में मदद मिल सकती है. इतना ही नहीं, नियमित रूप से त्रिकोणासन का अभ्यास करने से छाती, गर्दन, कूल्हों और कंधों की स्ट्रेचिंग अच्छे से होती है, जो मानसिक स्पष्टता की भावना को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है. (Image- Canva)
उष्ट्रासन: एक्सपर्ट की मानें तो आंतों की गंदगी को बाहर करने के लिए आप उष्ट्रासन मुद्रा का अभ्यास कर सकते हैं. इस योग की मदद से अधिवृक्क ग्रंथियों को उत्तेजित करने में मदद मिलती है, जो पाचन स्वास्थ्य में सुधार कर सकता है. साथ ही इससे पेट में जमा गंदगी मिनटों में बाहर हो सकती है. (Image- Canva)