इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पुलिस स्टेशन में 18 फरवरी 2024 की रात 10 बजकर 49 मिनट पर आई कॉल ने दो राज्यों की पुलिस के साथ-साथ कई केंद्रीय एजेंसियों की बेचैनी बढ़ा दी. इस कॉल की जानकारी मिलते ही दिल्ली और हरियाणा पुलिस के तमाम आला अधिकारियों के साथ-साथ एयरपोर्ट सुरक्षा से जुड़ी तमाम केंद्रीय एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारी एयरपोर्ट की तरफ दौड़ पड़े. देर रात तक दिल्ली एयरपोर्ट पर हाई लेवल मीटिंग और सर्च ऑपरेशन का दौर चलता रहा. देर रात ‘ऑल इज ओके’ की सूचना आने के बाद सभी ने राहत की सांस ली.
आईजीआई एयरपोर्ट की डीसीपी ऊषा रंगनानी के अनुसार, रविवार देर रात्रि पुलिस कंट्रोल रूम (पीसीआर) में कॉल करने वाला एक नौजवान था. उसने अपनी पूरी कॉल के दौरान सिर्फ एक ही लाइन बोली थी, जिसमें उसने कहा था कि ‘मैंने एयरपोर्ट ग्राउंड में बम लगा दिया है.’ मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए तत्काल यह कॉल सब-इंस्पेक्टर प्रशांत को मार्क की गई और एयरपोर्ट पर हाई अलर्ट के साथ फुल इमरजेंसी घोषित कर दी गई. एसओपी का पालन करते हुए तत्काल एक हाई लेबल मीटिंग बुलाई गई और यात्रियों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया.
डीसीपी ऊषा रंगनानी ने बताया कि कॉल करने चाले शख्स की तलाश के लिए एक स्पेशल टीम गठित की गई, जिसमें आईजीआई एयरपोर्ट के एसएचओ विजेंद्र राणा के साथ-साथ एसआई प्रशांत, हेड कॉन्स्टेबल प्रकाश चंद्र और हेड कॉन्स्टेबल जॉय को शामिल किया गया. पीसीआर में जिस मोबाइल नंबर से कॉल आया था, उस मोबाइल नंबर पर पुलिस टीम ने कई बार कॉल किया, लेकिन कॉलर ने फोन नहीं उठाया. कुछ देर के बाद कॉलर ने अपना फोन स्विच ऑफ कर दिया. जिसके बाद, पुलिस टीम ने टेक्निकल सर्विलांस की मदद से कॉलर की तलाश शुरू कर दी.
टेक्निकल सर्विलांस के जरिए पता चला कि यह मोबाइल नंबर जनकपुरी के डाबरी मोड इलाके में रहने वाले कुशाग्र अग्रवाल के नाम से रजिस्टर्ड है. पुलिस ने आरोपी के घर में रेड की, लेकिन वह वहां नहीं मिला. जिसके बाद, पुलिस ने आरोपी के परिजनों से पूछताछ कर कुछ क्लू हासिल किए. इसके बाद, टेक्निकल सर्विलांस की मदद से जनकपुरी स्थिति एक मकान से आरोपी को हिरासत में ले लिया गया. पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपना गुनाह कबूल कर लिया. पूछताछ में बताया कि उसने लोगों के बीच फेमस होने के लिए एयरपोर्ट पर बम की झूठी कॉल की थी. आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने आगे की कार्रवाई के लिए आरोप को गुरुग्राम की उद्योग वहिार थाना पुलिस के हवाले कर दिया है.