गोल्डी बराड़ गैंग का दहशत पंजाब के साथ ही अन्य राज्यों में देखने को मिलता है. दुर्दांत गैंग का नाम हत्या, हत्या का प्रयास, डकैती, वसूली, किडनैपिंग जैसे गंभीर अपराधों में सामने आता रहता है. गोल्डी बराड़ का कनेक्शन देश के बाहर भी है. खबरों की मानें तो गोल्डी बराड़ कनाडा में बैठकर गैंग को अपनी इशारों पर चलाता है. गोल्डी बराड़ का नाम सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में भी सामने आ चुका है. अब पंजाब पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. एंटी गैगस्टर टास्क फोर्स ने गोल्डी बराड़ के 3 गुर्गों को गोरखपुर से गिरफ्तार किया है. इन तीनों आरोपियों पर 19 जनवरी 2024 को चंडीगढ़ के सेक्टर-5 में एक बिजनेसमैन के घर पर गोलीबारी करने का आरोप है.
दरअसल, पंजाब पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों के एक संयुक्त अभियान में गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के तीन कथित गुर्गों को गिरफ्तार किया गया है. पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने रविवार को यह जानकारी दी. डीजीपी के मुताबिक गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान बनूड़ के कलोली निवासी अमृतपाल सिंह उर्फ गुज्जर, देवीनगर अबरावा निवासी कमलप्रीत सिंह और डेरा बस्सी के अमराला निवासी प्रेम सिंह के रूप में हुई है.
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संगीन आरोप
डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि सभी आरोपियों पर पंजाब में हत्या के प्रयास, जबरन वसूली, डकैती और शस्त्र अधिनियम के तहत कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. ये लोग कथित तौर पर 19 जनवरी को चंडीगढ़ के सेक्टर-5 में एक व्यवसायी के घर पर हुई गोलीबारी की घटना में भी शामिल थे. डीजीपी यादव ने कहा कि गैंगस्टर निरोधक कार्य बल की खुफिया जानकारी पर कार्रवाई करते हुए चंडीगढ़ पुलिस के साथ उनपर बिहार से उत्तर प्रदेश जाते समय नजर रखी गई और स्थानीय पुलिस की सहायता से उन्हें गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर पकड़ लिया गया.
मांगी थी 3 करोड़ की रंगदारी
गोल्डी बराड़ गैंग के गिरफ्तार तीनों गुर्गों पर आरोप है कि उन्होंने चंडीगढ़ के एक कारोबारी से 3 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी थी. इससे व्यवसायी दहशत में था. आरोपियों ने बिजनेसमैन के घर पर फायरिंग भी की थी. इससे कारोबारी के साथ ही पंजाब पुलिस भी सकते में आ गई थी. पुलिस की एंटी गैंगस्टर शाखा ने उस वक्त से ही तीनों आरोपियों को ट्रैक करना शुरू कर दिया था. अब जाकर उन्हें सफलता मिली है.