रोहतक : पेयजल आपूर्ति योजनाएँ मुख्य रूप से ट्यूबवेल/सतही स्रोतों और रैनी वेल्स पर आधारित हैं। निजी जल कनेक्शन की सुविधा के लिए गांवों में वितरण प्रणाली भी बिछाई गई है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह ने ग्रामीण संवर्धन कार्यक्रम के तहत रोहतक जिले में 62.48 करोड़ रुपये की लागत की चार प्रमुख परियोजनाओं के लिए प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की है।
स्वीकृत परियोजनाओं के संबंध में सरकारी प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि स्वीकृत परियोजनाओं में 2.13 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से जेएलएन नहर से पम्पिंग के माध्यम से कच्चे पानी की व्यवस्था और नहर से कबूलपुर, जिला रोहतक के जलघरों तक डीआई पाइप बिछाना शामिल है।
6.33 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से गांव मदीना गिंधराण-II में स्वतंत्र नहर आधारित जलघर उपलब्ध कराना, 14.24 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से गांव बहु अकबरपुर में मौजूदा जलघरों का जीर्णोद्धार तथा वितरण पाइप लाइन बिछाना, 12 गांवों को पानी की आपूर्ति करने वाले 13 मौजूदा जलघरों के लिए पम्पिंग प्रणाली के माध्यम से जेएलएन नहर से कच्चे पानी की व्यवस्था स्थापित करना शामिल है। इस परियोजना में 39.78 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से कच्चे पानी के पम्पिंग स्टेशन का निर्माण और डीआई पाइप बिछाना भी शामिल है।
प्रवक्ता ने बताया कि हरियाणा ग्रामीण क्षेत्रों में पाइप जलापूर्ति सुविधा उपलब्ध कराने में अग्रणी है। पेयजल आपूर्ति योजनाएँ मुख्य रूप से ट्यूबवेल/सतही स्रोतों और रैनी वेल्स पर आधारित हैं। निजी जल कनेक्शन की सुविधा के लिए गांवों में वितरण प्रणाली भी बिछाई गई है।