इन दिनों पीठ औऱ गर्दन का दर्द आम समस्या हो गयी है. इसकी वजह है नौकरीपेशा लोगों का लंबे समय तक कम्प्यूटर पर एक ही पोजिशन में बैठे रहना. कुर्सी पर बिना ब्रेक के लॉन्ग सिटिंग सेहत को नुकसान पहुंचा रही है. इससे मानसिक तनाव तो बढ़ ही रहा है, शारीरिक व्याधियां भी आ रही हैं. सिर आंख, गर्दन सब में दर्द होने लगता है.
बदलती जीवनशैली और खानपान कई बीमारियां परोस रहे हैं. आजकल स्पॉन्डिलाइटिस और पीठ के दर्द से बहुत लोग परेशान हैं. इनमें उन लोगों की तादाद सबसे ज्यादा है, जिन्हें कंप्यूटर पर बैठकर घंटों काम करना पड़ता है. स्पॉन्डिलाइटिस गर्दन के हिस्से यानि स्पाइन के वर्टिब्रा में सूज़न को कहते हैं. जो गलत पॉश्चर में बैठने, वर्कआउट न करने, यूरिक एसिड और कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से होता है. स्पॉन्डिलाइटिस के लिए काफी हद तक लोगों की खराब दिनचर्या भी जिम्मेदार होती है, लेकिन इस समस्या का इलाज योग में मौजूद है.
भुजंगासन – गोकुल बिष्ट बताते हैं रोजाना भुजंगासन का अभ्यास करने से हमारी भुजाएं मजबूत होती हैं. साथ ही हमारे शरीर की मांसपेशियों में खिंचाव आता है, जिससे पेट के पास जमा फैट कम होता है और हमारे शरीर में लचीलापन आता है. इस अभ्यास को करने के लिए बिस्तर पर अपने पेट के बल सीधा लेटकर अपने दोनों हाथों को अपने कंधे के सामने रखें. उसके बाद धीरे से अपने दोनों हाथों को कंधे के सामने लाते हुए पूरा शरीर को सीधा कर रखें. उसके बाद अपनी ऊपरी हिस्से को भुजाओं से उठाएं और अपने पैरों को सीधे रखते हुए कमर से ऊपर के हिस्से को हवा में रखें.
बालासन -बालासन करने के लिए सबसे पहले पैरों को मोड़कर वज्रासन में बैठ जाएं. उसके बाद अपने दोनों ही हाथों को ऊपर ले जाएं और आगे की ओर झुकें. उसके बाद अपनी हथेलियों को ज़मीन पर ले जाएं. इसके बाद अपने सिर को ज़मीन की ओर ले जाएं. इस आसन को करने से मोटापा तो काम होता है, साथ ही साथ बदन दर्द और मानसिक तनाव भी दूर होता है.
वज्रासन -इस आसन को करने के लिए आपको अपने घुटनों को पीछे की ओर मोड़ लेना है. उसके बाद अपने हिप को अपनी एड़ी के ऊपर रख लें. उसके बाद अपने सिर, गर्दन और रीढ़ की हड्डी को सीधे एक सीध में रख लें और अपने हाथों की हथेलियों को जांघो पर रख लें.