सुखदा हॉस्पिटल : हिसार के सुखदा हॉस्पिटल में उपचार के लिए आई एक युवती की अज्ञात परिस्थितियों में मौत हो गई। मर्तक के परिजनों और समाज सेवी लोगों का कहना है कि लड़की की मौत डॉक्टर की लापरवाही के कारण हुई है और डॉक्टर सच्चे होते तो वह मौके से भागते नहीं। इसकी सूचना मिलते ही भारी पुलिस मौके पर पहुंची। मृतका के परिजनों ने शव को उठाने से मना कर दिया। वहीं ऑपरेशन करीब 1:00 बजे सड़क पर बैठ गए और रोड जाम कर दिया। ( Hisar ke hospital mein Hungama )
सुखदा अस्पताल के बाहर हंगामा करते हुए
मिली जानकारी के मुताबिक सोमवार की दोपहर करीब 11 बजे आदमपुर मंडी के जवाहर नगर की प रिचा को सुखदा हॉस्पिटल में अपेंडिक्स उपचार के लिए लाया गया था। लेकिन सोमवार की देर शाम को जब परीक्षा को ऑपरेशन थिएटर में ले जाया गया तो ऑपरेशन होने से पहले ही की मौत हो गई और इसकी सूचना आग की तरह पूरे शहर में फैल गई। मौके पर सामाजिक संगठनों के लोग भी उनसे और लड़की के परिजनों से मिलकर फैसला लिया कि जब तक डॉक्टर के खिलाफ 302 का मुकदमा दायर नहीं किया जाता तब तक वह लड़की के शव को अस्पताल से नहीं उठाएंगे। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मृतका के परिजनों व वहां पर मौजूद लोगों को पुलिस ने काफी समझाने का प्रयास किया लेकिन लोगों ने पुलिस की एक न सुनी। ( latest news Hisar )
वहां पर मौजूद लोगों ने कहा कि डॉक्टर की लापरवाही के कारण लड़की की मौत हुई है। अगर डॉक्टर की बातों में जरा सी भी सच्चाई होती तो लड़की की मौत के बाद वह यहां से फरार नहीं होते। देर रात तक अस्पताल में हंगामा जारी रहा। मृतक रिचा के भाई रोहित ने बताया कि ओप्रेशन से पहले तमाम टेस्ट किए थे और उसे अपेंडिक्स के अलावा कोई दिक्कत नहीं थी। ऑपरेशन थिएटर में जाने के बाद रिचा को एनेस्थेसिया इंजेक्शन दिया गया था जिसकी और डबल होने से उसकी मौत हुई है।
आदमपुर क्षेत्र की एचडी कर रही एक छात्रा के पेट में सोमवार को दर्द हुआ तो उसे हिसार के सुखदा अस्पताल में लाया गया तो डॉक्टर ने बताया कि इसके पेट में अपेंडिक्स है और इसका ऑपरेशन करना जरूरी है। लड़की को सुबह 11 बजे हॉस्पिटल में दाखिल करवाया था और शाम 5:30 बजे उसे ऑपरेशन थिएटर में ले जाया गया जहां पर 15 मिनट बाद ही लड़की की मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि ऑपरेशन थिएटर में लड़की को ले जाने के 15 मिनट बाद ही जो ऑपरेशन थिएटर में ऑपरेशन करने के लिए डॉक्टरों की टीम गई थी वह वहां से निकाल कर चुपके से चली गई। उन्होंने कहा कि लड़की को हार्ट अटैक आया है जबकि लोगों का कहना है कि हार्ट अटैक में कभी भी नाक से खून नहीं आता जबकि लड़की की मौत डॉक्टरों की लापरवाही के कारण हुई है।
रात को रिचा के परिजनों ने सामाजिक संगठन के लोगों के साथ मिलकर सुखदा हॉस्पिटल के सामने दिल्ली हिसार रोड पर जाम लगा दिया। जाम लगने की सूचना मिलते ही डीएसपी विजय पाल भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे पीड़ित परिवार को समझाने का काफी प्रयास किया। लेकिन वह नहीं माने तो डीएसपी ने डॉक्टर के खिलाफ उनकी शिकायत ले ली और शिकायत दर्ज करने के आश्वासन पर ही परिजन रोड से हटे।
मृतक रिचा के परिजनों ने कहा कि जब तक डॉक्टर के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज नहीं हो जाता तब तक वह शव को अस्पताल से नहीं उठाएंगे। क्योंकि एक बार सब उठाने के बाद पुलिस प्रशासन पहले की तरह इस मामले को भी ठंडा बस्ते में डाल देगा। क्योंकि आज से पहले भी काफी हॉस्पिटलों में अनेक डॉक्टरों की लापरवाही के कारण मरीजों की मौत हो चुकी है और उन मामलों में भी आज तक पीड़ित पक्ष को न्याय नहीं मिला है जबकि डॉक्टर धड़ेली से अपने कारोबार को आगे बढ़ा रहे हैं।