नई दिल्ली. कहा जाता है कि कोई भी समय एक जैसा नहीं होता. हर किसी की लाइफ में एक पल जरूर ऐसा आता है जब साथ देने वाले करीबी दोस्त और नात-रिश्तेदार साथ छोड़ दिया करते हैं. कुछ ऐसा ही पल ’12वीं फेल’ की सफलता का जश्न मना रहे विक्रांत मैसी की जीवन में भी आया था. बता दें कि आज भले लोग विक्रांत मैसी के नाम से रूबरू हैं और उनके नाम का सिक्का बॉलीवुड में खूब भजाया जा रहा है लेकिन उनकी लाइफ में एक दौर ऐसा भी रहा है, जब उनके करीबी दोस्तों ने उनका साथ सिर्फ इसलिए छोड़ दिया क्योंकि उनके पास रहने के लिए अच्छे घर नहीं था. इस बारे में खुद विक्रांत ने खुलासा किया है.
ये बातें तब की जब विक्रांत मैसी एक्टर बनीं बने थे. वह बॉलीवुड में अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे. ऐसे में उन्हें मुबंई जैसे महानगर में रहने के लिए काफी कुछ झेलना पड़ा था. उन दिनों उनकी जेब में पैसे नहीं थे. रहने के लिए घर नहीं था.
बता दें कि विक्रांत ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत 20 साल की उम्र में की थी, उन्होंने धरम वीर (2008), बालिका वधु (2009-2010) और बाबा ऐसो वर ढूंढो (2010) काम करने से पहले 2007 की ‘धूम मचाओ धूम’ में भूमिका निभाई थी. टीवी पर काम करते वक्त उन्हें जो पैसे मिलते थे उससे उनका घर चलता था. लेकिन उन दिनों उनका घर बेहद नॉर्मल दिखता इतना शानदार नहीं था कि वह किसी को प्रभावित कर सके.
अनफ़िल्टर्ड बाय समदीश के साथ बात करते हुए विक्रांत ने खुलासा किया कि उन्होंने एक बार अपने करीबी दोस्तों को लंच के लिए घर बुलाया था. जब वे पहुंचे, तो उन्होंने उसके घर की हालत देख कर उनकी औकात को आंकलन करने लगा. उन दिनों विक्रांत के घर में शानदार फर्नीचर की जगह प्लास्टिक की कुर्सियां थीं और घर सही से तरीके से मैनेंट नहीं था. उन्होंने कहा कि जैसे ही उसके दोस्तों ने घर देखा तो विक्रांत महसूस हो गया कि उसके प्रति उनका व्यवहार बदल गया.
उन्होंने कहा – मेरी मां बहुत अच्छा खाना बनाती थी. तो मैंने उनको बुलाया और मैंने कहा ‘लंच पर आजाओ’. जब वो घर आए और उन्होंने घर की दिशा देखी, उन्हें देखा कि प्लास्टिक की कुर्सियां हैं.पेंट उखड़ रहा था, और वह हमारी छत नम दिखती थी. किचन उनके हिसाब से शानदार नहीं था. तो अगले दिन से उनका विहेवियर मेरे प्रति एकदम से बदल गया.
आगे विक्रांत ने बताया कि उन्हें आम दोस्तों के जरिए से उनकी राय के बारे में पता चला और मालूम हुआ कि उनके दोस्तों ने उनके घर की बदहाली की खूब मजाक बनाया है इसके साथ ही उनके रहन-सहन पर सवाल उठाए थे. बता दें कि ’12वीं फेल’ में आईपीएस अधिकारी मनोज कुमार शर्मा निभाने के लिए विक्रांत ने 1.5 करोड़ रुपये की फीस ली है. उनकी टोटल नेटवर्थ की बात करें तो, एक्टर 20 करोड़ का मालिक है. फिल्मों के अलावा वह कई ब्रैंड एंडोर्समेंट से भी मोटी कमाई करते हैं. वह एक विज्ञापन के लिए 40 से 50 लाख रुपए तक की फीस लेते हैं.