रांची के अनगड़ा में रेप के आरोपी एक युवक को भरी पंचायत में बुरी तरह पीटा गया और इसके बाद उसके शरीर पर भेलवा नामक जहरीले जंगली फल का तेल उड़ेल दिया गया. इस फल के संपर्क में आने पर भयंकर जलन और खुजली होती है. बुरी तरह जख्मी युवक आठ दिनों तक तड़पता रहा और अंततः उसने दम तोड़ दिया. अब पुलिस ने इस मामले में गांव के प्रधान सहित पंचायत में मौजूद 17 लोगों को गिरफ्तार किया है. यह वारदात अनगड़ा थाना क्षेत्र के मेढ़ा गांव की है. बताया गया कि 15 जनवरी को इलाके के जोन्हा फॉल में जनजातीय पर्व टुसू के मौके पर मेले का आयोजन किया गया था.
मेला देखकर गांव लौट रही एक युवती को उसके ही गांव के एक युवक धनीराम मुंडा ने पकड़ लिया और जंगल की ओर ले जाकर उसका रेप किया. पीड़िता ने परिजनों को इसकी जानकारी दी, तो गांव के लोगों ने आरोपी धनीराम मुंडा को पकड़ा. उसके साथ मारपीट की गई और उसे एक घर में कैद कर दिया गया. अगले दिन यानी 16 जनवरी को ग्राम प्रधान सत्यनारायण मुंडा की अगुवाई में गांव में पंचायत बैठी. पंचायत ने उसकी पिटाई करने और कड़ी सजा देने का फरमान सुनाया.
गांव के कई लोगों ने मिलकर उसे बुरी तरह पीटा और इसके बाद उसके पूरे शरीर पर भेलवा नामक जहरीले जंगली फल का तेल उड़ेल दिया. धनीराम मुंडा को धमकी दी गई कि इसकी जानकारी पुलिस को दी गई तो गंभीर परिणाम होंगे. बुरी तरह जख्मी धनीराम का इलाज पहले घर में किया गया. हालत गंभीर होने के बाद उसे जोन्हा स्थित एक निजी क्लिनिक में दाखिल कराया गया, जहां इलाज के दौरान 25 जनवरी को उसने दम तोड़ दिया.
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इसके बाद मृतक के भाई बलराम मुंडा ने अनगड़ा पुलिस से शिकायत की. अनगड़ा पुलिस ने शनिवार को इस मामले में ग्राम प्रधान सत्यनारायण मुंडा, युवती के पिता ओर चचेरे भाई समेत गांव के अनिल मुंडा, सुरेंद्र मुंडा, शिवनाथ मुंडा, दिगंबर सिंह मुंडा, चरवाह मुंडा, मनीनाथ सिंह मुंडा, कलिंदर मुंडा, जलेश्वर मुंडा, नरेश्वर मुंडा, प्रदीप मुंडा, पीतांबर मुंडा, कालेश्वर बेदिया, मोहर सिंह मुंडा और रंगलाल सिंह मुंडा को गिरफ्तार कर लिया.