फेसबुक (Facebook) की पैरेंट कंपनी मेटा (Meta) ने अपने शेयरहोल्डर्स को डिविडेंड देने की घोषणा की है. कंपनी की ओर से पहली बार निवेशकों को लाभांश मिल रहा है. मेटा के इस फैसले से कंपनी के सीईओ मार्क जुकरबर्ग (Mark Zuckerberg) की मौज हो गई है. उनको भी करीब 5800 करोड़ रुपये डिविडेंड के रूप में मिलेंगे क्योंकि उनके पास भी मेटा के करीब 35 करोड़ शेयर हैं. इस तरह उनकी महीने की आय में अब 458 करोड़ रुपये की वृद्धि हो जाएगी. डिविडेंट का पैसा हर तिमाही पर मिलेगा.
मेटा पहली बार शेयर होल्डर को डिविडेंट देने जा रही है. आम तौर पर टेक कंपनियां अपने शेयरहोल्डर्स को डिविडेंड का भुगतान नहीं करती हैं. वे कमाई के पैसों को डिविडेंड पर खर्च करने के बजाय नए प्रोडक्ट या नए एक्विजिशन में लगाना ज्यादा पसंद करती हैं. मेटा के लिए पिछला साल काफी अच्छा साबित हुआ था. साल 2022 के दौरान शेयरों में बड़ी गिरावट के बाद साल 2023 उसके लिए रिकवरी वाला साबित हुआ था. 2023 में मेटा के शेयरों के भाव में करीब 3 गुने की तेजी आई थी. कंपनी ने लागत कम करने के लिए पिछले साल 21 हजार कर्मचारियों की छंटनी की थी.
कितना मिलेगा डिविडेंट
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, मेटा के इस ऐलान से जुकरबर्ग को हर साल लगभग 700 मिलियन डॉलर यानी करीब 58 सौ करोड़ रुपये की कमाई होने वाली है. मेटा ने क्लास ए और क्लास बी के कॉमन स्टॉक पर हर तिमाही में 50 पेंस प्रति शेयर की दर से कैश डिविडेंड देने का ऐलान किया है. डिविडेंड भुगतान की शुरुआत मार्च से होगी. मार्क जुकरबर्ग के पास मेटा के करीब 35 करोड़ शेयर हैं. इस तरह उन्हें हर तिमाही में करीब 175 मिलियन डॉलर मिलने वाले हैं, जो पूरे साल में 700 मिलियन डॉलर हो जाते हैं.
चौथे सबसे अमीर शख्स हैं जुकरबर्ग
मेटा के शेयरों में तेजी आने से मार्क जुकरबर्ग की नेटवर्थ में भी इजाफा हुआ है. फोर्ब्स की रियलटाइम बिलेनियर्स लिस्ट के अनुसार, मार्क जुकरबर्ग की मौजूदा नेटवर्थ 167.2 बिलियन डॉलर है. इस दौलत के साथ दुनिया के सबसे अमीर लोगों की सूची में अभी वह चौथे स्थान पर पहुंच गए हैं.