बस्ती सदर कोतवाली के नेशनल हाईवे पर उस समय हड़कंप मच गया जब पटेल चौक के पास हजारों की संख्या में पीपीई किट बोरे के बंडल में फेंके मिले. इसकी जानकारी तब हुई जब कुत्ते बोरे को फाड़ने लगे. हाइवे के किनारे दो दिन पहले किसी अज्ञात ने डीसीएम से लाकर यह बोरे फेंके थे जिसके बाद इस की सूचना विभागीय अधिकारी को दी गई. मौके पर पहुंचे अपर जिला चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अशोक कुमार चौधरी ने मामले की जांच की जिसको लेकर उन्होंने फेंके गए पीपीई किट को कब्जे में ले लिया.
नेशनल हाईवे किनारे पीपीई किट मिलने से स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गई. आवारा कुत्तों के द्वारा बोरे फाड़ने पर खुलासा हुआ. हजारों की संख्या में पीपीई किट की कीमत लाखों में बताई जा रही है. सूचना पर पहुंचे अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने पीपीई किट की सत्यता को सही पाया और कब्जे में लेकर जिला अस्पताल पहुंचे. सीएमओ ने पूरे मामले की जांच की बात कही है.
कोरोना महामारी के दौरान पीपीई किट पहनकर इलाज करते थे डॉक्टर्स
एक तरफ जहां कोरोना महामारी में लोग घर से निकलने तक के लिए मजबूर हुए थे. महामारी से बचने के लिए WHO ने दो गज की दूरी के साथ लोगों को ये संदेश दिया था की मास्क सेनेटाइजर का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करें. इलाज कर रहे है डॉक्टरों को भी WHO ने पीपीई किट पहनकर इलाज करने का निर्देश भी जारी किया था. उसी कड़ी में बस्ती में हाईवे किनारे हजारों की संख्या में पीपीई किट मिलने से खलबली मच गई. अंदेशा लगाया जा रहा है किसी अज्ञात व्यक्ति ने डिस्पोज करने के लिए अपने जिले से दूसरे जिले में फेंक दिया है.
किसी दूसरे जिले से लाकर यहां फेंका गया, जांच के बाद होगा एक्शन
वहीं इस पूरे मामले पर सीएमओ रमा शंकर दुबे ने बताया कि हमने चेक कराया और संख्या ज्यादा थी. सामान्यता होता है कि लोग कोई भी चीज डिस्पोज कराना चाहते हैं तो अपने जिले में न कर के दूसरे जिले में डाल आते हैं. और लगता यह है कि ये कहीं बाहर की है. अपने जिले से झंझट छुड़ाने के लिए हमारे जिले में फेंक दिए हैं. फिलहाल पूरे मामले की जांच कराई जाएगी; जो भी तथ्य सामने आयेगा उस पर कार्रवाई की जाएगी.