बिहार बोर्ड की परीक्षाएं समाप्त होने के बाद कॉपियों का मूल्यांकन भी अब अपने अन्तिम चरण में है. ऐसे में पिछले साल की भांति इस साल भी साइबर फ्रॉड करने वाले लोग एक्टिव हो गए हैं. पिछले साल भी बोर्ड एग्जाम में नंबर बढ़ाने के लिए अभिभावक के पास कॉल की गई थी और उनसे नंबर बढ़ाने के नाम पर पैसों की मांग की गई थी. इस बार भी फ्रॉड करने वाले अभिभावकों को कॉल कर रहे हैं और उनसे ठगी करने का प्रयास कर रहे हैं. इसको देखते हुए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने सभी अभिभावकों और विद्यार्थियों को सावधान करते हुए कहा कि अगर आपके पास इस तरह का कॉल आए, तो समिति को जल्द सूचित करें.
बोर्ड अधिकारी बन करते हैं कॉल
समिति ने सूचना जारी करते हुए बताया कि कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा समिति का अधिकारी बनकर आमजनों से फोन कॉल के माध्यम से पैसे की मांग की जा रही है.उनके द्वारा गलत रूप से सम्बंधित छात्र-छात्राओं का इंटरमीडिएट या वार्षिक माध्यमिक परीक्षा 2024 का मार्क्स बढ़ाने का प्रलोभन दिया जा रहा है. यह पूरी तरह से गलत और गैरकानूनी है. अगर आपके पास भी इस तरह का कॉल आए, तो तुरंत स्थानीय थाना में फोन नंबर देकर ऐसे लोगों के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कराएं और सम्बंधित साइबर क्राइम सेल में शिकायत करें. यह भी अनुरोध की है कि ऐसे असामाजिक तत्वों के बारे में समिति को भी सूचित करें, ताकि उनके विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जा सके.
मार्क्स बढ़ाना संभव नहीं
बोर्ड ने आगे बताया कि इंटरमीडिएट और वार्षिक माध्यमिक परीक्षा 2024 की उत्तर पुस्तिकाएं पूरी तरह बारकोडेड हैं. इसके साथ छेड़छाड़ करना संभव नहीं है. छात्र- छात्राओं की उत्तर पुस्तिकाएं पूरी तरह गोपनीय रखी जाती है. किसी भी स्तर से उत्तर पुस्तिकाओं में अंक परिवर्तित करना संभव नहीं है. इसीलिए मार्क्स बढ़ाने के नाम पर पैसों की मांग करना साइबर फ्रॉड का हिस्सा है. इसमें समिति के किसी भी कर्मी की किसी स्तर पर भागीदारी नहीं है. बोर्ड ने लोगों से भी अपील की है कि यदि उनके पास इस तरह का कोई फोन कॉल आता है, तो वे किसी भी परिस्थिति में ऐसे असामाजिक तत्वों के झांसे में न आएं.