काले चावल (Black Rice)- हेल्थलाइन डॉट कॉम में छपी एक खबर के अनुसार, काले चावल में अन्य चावल की तुलना प्रोटीन सबसे अधिक होता है. साथ ही कार्ब्स, फाइबर, आयरन, एंटीऑक्सीडेंट्स भी होते हैं. ये एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर की कोशिकाओं को फ्री रैडिकल्स के कारण होने वाले ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाते हैं. ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस कई तरह के क्रिनक डिजीज जैसे हार्ट डिजीज, अल्जाइमर्स, खास तरह के कैंसर के रिस्क को बढ़ाते हैं. इसमें मौजूद फ्लेवोनॉएड्स हार्ट को हेल्दी रखते हैं. साथ ही आंखें स्वस्थ रहती हैं, वजन घटाने में मदद मिलती है, ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल रहता है.
काला लहसुन (Black Garlic)- हेल्थलाइन के अनुसार, काले रंग के लहसुन का स्वाद माइल्ड, डेलिकेट और स्टिकी कंसिस्टेंसी होती है. इसके सेवन से सेहत को कई तरह के लाभ होते हैं, क्योंकि इसमें कई पोषक तत्व होते हैं. सफेद लहसुन की तुलना में इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे एल्कलॉएड्स, फ्लेवोनॉएड्स काफी अधिक होते हैं. ये कोशिकाओं को ऑक्सिडेटिव डैमेज से बचाते हैं. साथ ही ब्लड शुगर लेवल रेगुलेट करने, हार्ट डिजीज के जोखिम को कम करने, बैड कोलेस्ट्रॉल घटाने, ब्रेन हेल्थ बूस्ट करने, कैंसर के जोखिम को कम करने, लिवर हेल्दी रखने के लिए आप इसका सेवन कर सकते हैं.
ब्लैक बीन्स (Black Beans)- काली फलियां या ब्लैक बीन्स में प्लांट-बेस्ड प्रोटीन, डायटरी फाइबर, कार्ब्स, फोलेट, कॉपर, आयरन, फॉस्फोरस, पोटैशियम, मैग्नीशियम, एंटीऑक्सीडेंट आदि भरपूर होते हैं, लेकिन इनमें कुछ एंटीन्यूट्रिएंट्स भी होते हैं, इसलिए इन्हें पचाना आसान नहीं. ऐसे में बीन्स का सेवन करने से पहले इन्हें भिगोना या उबालना महत्वपूर्ण है. ब्लैक बीन्स खाने से ब्लड शुगर कंट्रोल रहता है. क्रोनिक डिजीज जैसे हृदय रोग, टाइप 2 डायबिटीज होने का रिस्क भी कम हो सकता है.
काले अंगूर (Black Grapes)- यदि आपको फलों में अंगूर खाना पसंद है तो हरे के साथ काले अंगूर भी खाएं. पोटैशियम, विटामिन सी, कॉपर, मैंगनीज, फॉस्फोरस, पानी, मैग्नीशियम, एंटीऑक्सीडेंट्स आदि से भरपूर काले अंगूर खाने से कार्डियोवस्कुलर हेल्थ बेहतर रहती है. इसे खाने से दिल के रोगों से बचाव हो सकता है. साथ ही हाई बीपी, हाई कोलेस्ट्रॉल भी रोके. इतना ही नहीं, ब्लैक अंगूर खाने से इम्यूनिटी मजबूत होती है, आंखें भी हेल्दी रहती हैं.
ब्लैक बेरीज (Blackberries)- काले फलों में ब्लैक बेरीज का सेवन करना भी आपके लिए कई तरह से फायदेमंद साबित हो सकता है. ये फल एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है. इसे खाने से इंफ्लेमेशन, हार्ट डिजीज से बचाव होता है. कैंसर के रिस्क को कम कर सकता है. विटामिन सी होने के कारण इम्यूटिनी बूस्ट होती है, जिससे आप जल्दी-जल्दी बीमार होने से बचे रह सकते हैं.
काला अंजीर (Black Figs)- अंजीर फल बहुत ही फायदेमंद होता है. क्या आपने कभी काला अंजीर देखा या खाया है? अगर नहीं तो जहां भी आपको काले अंजीर मिलें, एक बार खाकर जरूर देखें. न सिर्फ स्वाद भाएगा, बल्कि आपको हेल्दी भी रखेगा. फाइबर, पोटैशियम होने के कारण यह पाचन को दुरुस्त रखता है. पोटैशियम हार्ट को हेल्दी रखता है, ब्लड प्रेशर को नॉर्मल बनाए रखता है.
ब्लैक ऑलिव (Black olives)- पिज्जा खाते हैं तो आपने देखा होगा पिज्जा टॉपिंग्स में काले-काले टुकड़े डले होते हैं. ये काले जैतून या ब्लैक ऑलिव होते हैं. ये एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन ई, आयरन, कैल्शियम, कॉपर आदि से भरपूर होता है. एंटीऑक्सीडेंट्स फ्री रैडिकल्स के नुकसान से बचाने के साथ ही हार्ट को हेल्दी रखते हैं. यह धमनियों में फैट जमा नहीं होने देता. कोलेस्ट्रॉल के ऑक्सीडेशन को रोकता है. इस तरह हार्ट डिजीज के जोखिम को कम करता है. साथ ही आंखों, त्वचा, बाल, पाचन तंत्र को भी हेल्दी रखता है.
काले तिल (Black Sesame seeds)- काले तिल न्यूट्रिएंट्स का पावरहाउस होते हैं. इसमें एंटीऑक्सीडेंट, आयरन, हेल्दी फैट्स, प्रोटीन, विटामिन बी6, विटामिन ए, मैग्नीशियम आदि होते हैं, जो स्किन से लेकर दिल को स्वस्थ रखते हैं. इसके सेवन से बैड कोलेस्ट्रॉल लेवल कम होता है.
काली किशमिश (Black Raisins)- भूरे रंग की किशमिश की तुलना में काली किशमिश अधिक फायदों से भरी होती है. इसमें आयरन काफी होता है. साथ ही फाइबर, प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन सी, एंटीऑक्सीडेंट्स, पोटैशियम, अमीनो एसिड भी होते हैं. ये इम्यूनिटी बूस्ट करती है. शरीर में आयरन की कमी नहीं होती है. एनीमिया से बचाती है. कब्ज, हाई ब्लड प्रेशर, हड्डी रोग, बैड कोलेस्ट्रॉल आदि कम करे.
काली मिर्च (Black Pepper)- साबुत मसालों में काली मिर्च का इस्तेमाल लगभग सभी घरों में होता है. एंटीऑक्सीडेंट्स होने के कारण ये इंफ्लेमेशन, फ्री रैडिकल्स, ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस आदि के निगेटिव प्रभाव को कम करे. साथ ही हाई ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर लेवल, कैंसर के जोखिम को कम करे. ब्रेन की सेहत दुरुस्त रखे.