आज महिलाएं हर क्षेत्र में सफलता के झंडे गाड़ रही हैं. फाइनेंस सेक्टर में अपना लौहा कई महिलाओं ने मनवाया है. इन महिलाओं में अंजु झाजड़ (Anju Chhajer) का नाम भी शामिल है. निप्पॉन म्यूचुअल फंड इंडिया (Nippon India Mutual Fund) की फंड मैनेजर अंजू कंपनी के छह फंड- निप्पॉन इंडिया आर्बिट्रेज, निप्पॉन इंडिया फ्लोटिंग रेट, निप्पॉन इंडिया लिक्विड, निप्पॉन इंडिया लो ड्यूरेशन, निप्पॉन इंडिया मनी मार्केट और निप्पॉन इंडिया ओवरनाइट फंड का जिम्मा इनके ही नाम है. इन छह फंडों का एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) 83,000 करोड़ रुपये है. अपने पिता को प्रेरणास्त्रोत माने वाली अंजू ने शुरू में टैक्स कंसल्टेंट बनने का सपना देखा था.
अंजू झाजड़ का जन्म कोलकाता में हुआ. उनके पिता एक कंपनी में फाइनेंस टीम का हिस्सा थे. 1997 में चार्टर्ड अकाउंटेंसी में पोस्ट ग्रेजुएशन करने के बाद अंजू ने एक ऑडिट फर्म में नौकरी कर ली. यहां से वे नेशनल इंश्योरेंस कंपनी में चली गई. यहां उन्होंने दस साल तक अपनी सेवाएं दी. नेशनल इंश्योरेंस कंपनी में पहले उन्होंने अकाउंट डिपार्टमेंट में काम किया और बाद में निवेश विभाग में काम करने लगी. 2007 में फंड मैनेजर के रूप में उन्होंने निप्पॉन इंडिया में काम शुरू किया.
बचाओ और इनवेस्ट करो
अंजू झाजड़ का कहना है कि उनके पिता एक रेगुलर इनवेस्टर थे. उनका मूल-मंत्र था ‘पैसे बचाओ और उन्हें निवेश करो’. अंजू भी इस मंत्र को फॉलो करती है. उनका कहना है कि हर किसी को इसे अपनाना चाहिए. उनके पिता के पोर्टफोलियो से उन्हें आज भी रिटर्न मिल रहा है. अंजू का कहना है कि पैसे से पैसा बनाने के लिए लगातार निवेश करते रहना जरूरी है.
सफल होना है अनुशासित होना होगा
अंजू झाजड़ का कहना है कि कैपिटल मार्केट से उन्होंने सीखा है कि अगर आपको सफल होना है तो अनुशासित होना होगा. अपने काम तर्कपूर्ण ढंग से करो और समय के साथ खुद को बदलो. उनका कहना है, “मार्केट बहुत परिवर्तनशील है. पिछले 16 सालों में मैंने कई चक्र देखे हैं. यही परिवर्तनशीलता एक फंड मैनेजर को सीखाती है कि उसे डायनमिक रहना होगा.”