एक रिसर्च के मुताबिक, पैदल चलना सेहत के लिए फायदे का सौदा है. कई लोगों के वॉकिंग का पैमाना सेट होता है. लेकिन, ये काफी नहीं है. आपको बता दें कि, पैदल चलना सिर्फ कदमों की संख्या ही नहीं, बल्कि रफ्तार भी हेल्थ में बहुत फर्क डालती है. क्योंकि, कई बार आपकी स्पीड परिणामों को बदल देती है. (Image- Canva)
जामा इंटरनल मेडिसिन और जामा न्यूरोलॉजी जर्नल में प्रकाशित खबर के मुताबिक 78,500 लोगों पर एक अध्ययन किया गया. इसमें लोगों के चलने की गति और गति में होने वाले बदलाव से स्वास्थ्य में होने वाले बदलाव का जांचा गया. (Image- Canva)
सिडनी विश्वविद्यालय, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिणी डेनमार्क विश्वविद्यालय के अध्ययन शोधकर्ताओं ने रिसर्च में पाया कि हर दिन 10,000 कदम चलने से हृदय रोग, कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी के साथ साथ मृत्यु दर का खतरा भी कम हो जाता है. इसलिए जो लोग सुरक्षात्मक स्वास्थ्य पाना चाहते हैं वे लोग हर दिन 10,000 कदम का लक्ष्य रख सकते हैं. (Image- Canva)
अध्ययन के महत्वपूर्ण तथ्य: हर दिन 10,000 कदम चलने से मृत्यु दर का खतरा 8 से 11 फीसदी तक कम हो सकता है. साथ ही कैंसर और हृदय रोग जैसी बीमारियों में भी लाभदायक है, हालांकि पैदल चलने का दोनो में ही समान संबंध देखे गए. (Image- Canva)
रिसर्च के मुताबिक, प्रतिदिन अधिक पैदल चलने से डिमेंशिया जैसी बीमारी का भी खतरा कम होता है. धीमे चलने की अपेक्षा तेज चलना शरीर के लिए ज्यादा प्रभावकारी दिखाई दिया. शरीर में लचीलापन भी आता है. (Image- Canva)
यदि कोई हर दिन 30 मिनट पैदल चलता है, जिसमें से पांच दिन पावर वॉक के हैं तो वह अपने एरोबिक कोटा को हिट कर सकता है. वहीं, जब आप गति बढ़ाएंगे तो कार्डियोवैस्कुलर लाभ, मांसपेशियों की टोनिंग और खुद को स्ट्रॉन्ग फील करेंगे. (Image- Canva)