नकली पुलिसकर्मी बनकर भोले भाले लोगों से गहनों की ठगी करने वाला ठग गिरोह एक बार फिर से कोडरमा में सक्रिय हो गया है. इस बार इस गिरोह ने एक 75 वर्षीय वृद्ध को अपना शिकार बनाया है. वृद्ध को झांसे में लेकर ठगों ने उनके हाथ से दो सोने की अंगूठी उतरवा ली. इसकी कीमत एक लाख रुपये से अधिक बताई गई है. ठगी का शिकार वृद्ध खुद स्वर्ण व्यवसायी हैं. मनोहर प्रेस गली में उनकी जेवर की दुकान है.
पान खाने दुकान पर पहुंचे तब
झुमरी तिलैया के ताराटांड़ निवासी जगदीश प्रसाद स्वर्णकार ने घटना को लेकर तिलैया थाना में शिकायत की है. उन्होंने बताया कि प्रतिदिन की तरह सोमवार को वह पूर्णिमा टॉकीज के समीप स्थित एक पान की दुकान पर अपनी स्कूटी से पान खाने पहुंचे थे. इस दौरान 3 व्यक्ति खुद को पुलिस बताकर उन्हें पान दुकान के बगल में ले गए. इसके बाद तीनों ने कहा कि शहर के झंडा चौक के समीप एक जेवर की दुकान में चोरी की घटना हुई है, जिसको लेकर उनके द्वारा जांच की जा रही है. आप अपनी अंगूठी को खोलकर दिखाइए. इस दौरान वृद्ध ठगों के झांसे में आ गए और उन्हें पुलिसकर्मी समझकर जांच में सहयोग के नाम पर दो सोने की अंगूठी निकालकर देखने के लिए दे दी.
कागज की पोटली से निकले पत्थर के टुकड़े
इस दौरान तीनों शातिर ठगों ने उन्हें चोरी की घटना का भय दिखाकर भीड़भाड़ वाले इलाके में सोने के जेवर पहनने से मना किया. इस दौरान ठगों ने उन्हें बातों में उलझा कर कागज की पोटली दी और कहा कि इसमें आपकी अंगूठी हैं. इसे घर में रख दीजिएगा. इतना बोलते ही तीनों ठग मौके से फरार हो गए. वापस जब बुजुर्ग पान की दुकान पर पहुंचे और कागज की पोटली खोलकर देखी तो उसमें दो छोटे-छोटे पत्थर निकले. जिसके बाद उन्हें ठगी का पता चला. उन्होंने बताया कि अंगूठी की कीमत करीब एक लाख 12 हजार रुपये है. घटना की लिखित शिकायत पुलिस से करने के बाद फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.