परीक्षा रद्द का छात्रों पर प्रभाव

परीक्षा रद्द : हाल के सालों में, भारत में पेपर लीक की कई रिपोर्टें देखी गई हैं. पिछले सात साल में, अलग अलग राज्यों में 70 से ज्यादा पेपर लीक हुए हैं, जिससे कई युवाओं के करियर पर असर पड़ा है. ऐसी घटनाओं के बाद कई परीक्षाएं रद्द कर दी गईं.

महाराष्ट्र में एचएससी पेपर लीक
2023 में, महाराष्ट्र का एक निजी कॉलेज हायर सेकेंडरी सर्टिफिकेट (एचएससी) गणित के पेपर के लीक होने के मामले में फंसा था. सबूतों से पता चला कि कॉलेज ने रसायन विज्ञान और भौतिकी के पेपर भी लीक किए थे. प्रत्येक परीक्षा से कुछ समय पहले पेपर व्हाट्सएप के माध्यम से सर्कुलेट किए गए.

तेलंगाना एसएससी पेपर लीक
2023 की एक अन्य घटना में, तेलंगाना के वारंगल जिले के एक गांव में माध्यमिक विद्यालय सर्टिफिकेट (एसएससी) परीक्षा के दौरान हिंदी का एक पेपर लीक हो गया था. लीक हुए पेपर सोशल मीडिया पर सर्कुलेट हुए, जिसके बाद शिक्षा अधिकारियों और जिला कलेक्टर को कार्रवाई करनी पड़ी. जांच से पता चला कि पेपर परीक्षा शुरू होने के बाद वितरित किया गया था.

असम एचएसएलसी 2023 पेपर लीक
मार्च 2023 में, माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ऑफ असम (SEBA) ने पेपर लीक होने के कारण अंग्रेजी और सामान्य विज्ञान के लिए हाई स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट (HSLC) परीक्षा रद्द कर दी. शिक्षा मंत्री रनोज पेगु ने सीआईडी ​​जांच का आदेश दिया, जिसके परिणामस्वरूप परीक्षा रद्द कर दी गई.

यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा
17 और 18 फरवरी, 2023 को आयोजित यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा 2024 में लगभग 16 लाख महिलाओं सहित 48 लाख से ज्यादा उम्मीदवारों ने दी थी, यूपी पुलिस बल में 60,244 पदों को भरने के लिए परीक्षा चार शिफ्ट में 2,385 केंद्रों पर आयोजित की गई थी. जिसका पेपर लीक होने के बाद परीक्षा को रद्द कर दिया गया था.

यूजीसी-नेट 2024 परीक्षा रद्द
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (यूजीसी-नेट) 2024 को एक संदेह के कारण 19 जून, 2024 को रद्द कर दिया गया था. केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) इस मामले की जांच कर रही है.

परीक्षा लीक का छात्रों पर प्रभाव
भारत में पेपर लीक की बढ़ती घटनाओं ने परीक्षा प्रक्रिया की शुचिता को लेकर गंभीर चिंताएं बढ़ा दी हैं. इन उल्लंघनों के कारण न केवल परीक्षाएं रद्द करनी पड़ीं, बल्कि कई स्टूडेंट्स के शैक्षणिक और प्रोफेशनल करियर पर भी काफी असर पड़ा.

कैरियर प्लान्स में व्यवधान
रद्दीकरण का कारण तनाव बढ़ा सकता है. क्या यह मामूली लीक था, या कोई बड़ा सुरक्षा उल्लंघन था? जानकारी की कमी और पुनर्निर्धारण के लिए अज्ञात समय-सीमा चिंता पैदा कर सकती है और कैंडिडेट्स के लिए अपनी नौकरी खोज के अन्य पहलुओं पर फोकस करना मुश्किल बना सकती है.

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