योगगुरु बाबा रामदेव एफएमसीजी सेक्टर के बाद अब एक और बिजनेस में हाथ आजमाने की तैयारी कर रहे हैं. ईटी की रिपोर्ट के अनुसार, कथित तौर पर बाबा रामदेव के स्वामित्व वाली कंपनी पतंजलि आयुर्वेद ने कर्ज में डूबी टेक्नोलॉजी कंपनी रोल्टा इंडिया को खरीदने की रुचि जाहिर की है.
इस रिपोर्ट की मानें तो पहले पुणे स्थित अशदन प्रॉपर्टीज ने रोल्टा को खरीदने के लिए सबसे ऊंची बोली लगाई थी. इसके कुछ हफ्ते बाद बाबा रामदेव की अगुवाई वाली कंपनी ने रोल्टा को खरीदने के लिए 830 करोड़ रुपये का ऑफर दिया है.
दिवालिया कंपनी पर लगाया दांव
पतंजलि आयुर्वेद ने अपने इस ऑफर को बोली में शामिल करने के लिए राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (NCLT) से संपर्क किया है. अब एक पैनल कंपनी को ऑक्शन प्रोसेस में शामिल करने का फैसला करेगा. रोल्टा एक डिफेंस केंद्रित सॉफ्टवेयर कंपनी है. जनवरी 2023 में इस कंपनी को दिवालिया प्रक्रिया में शामिल किया गया था. दरअसल कंपनी पर यूनियन बैंक ऑफ इंडिया का 7,100 करोड़ रुपये और सिटीग्रुप के विदेशी बांड धारकों का 6,699 करोड़ रुपये बकाया है.
क्या करती है ये कंपनी
यह कंपनी डिफेंस और होम लैंड सिक्योरिटी, बिजली, फाइनेंशियल सर्विसेज, विनिर्माण, रिटेल और हेल्थ सर्विसेज प्रदान करती है. वित्तीय वर्ष 2022 में कंपनी को ₹1000 करोड़ का घाटा हुआ, जबकि इस दौरान राजस्व केवल 38 करोड़ रुपये था.
बता दें कि स्वामी रामदेव के स्वामित्व वाली पतंजलि फूड्स का सन 1995 में कंपनी के रुप में रजिस्ट्रेशन हुआ था. बाबा रामदेव और उनके सहयोगी आचार्य बालकृष्ण ने महज 13 हजार रुपये में कंपनी का रजिस्ट्रेशन कराया था.
आज की तारीख में पतंजलि फूड्स एफएमसीजी सेक्टर में बड़ा ब्रांड बन गया है. पतंजलि फूड्स (पहले का नाम रुचि सोया इंडस्ट्रीज) बिस्किट्स, एडिबल ऑयल (खाने में इस्तेमाल होने वाला तेल), सोया चंक, घी और शहद समेत कई प्रोडक्ट्स बेचती है.