तनाव की वजह से होता है हेयरफॉल, यहाँ से करवाएं इलाज

उत्तराखंड की आबोहवा अभी भी शुद्ध है. वहां की जिंदगी में शहरों जैसी भागम-भाग और तनाव नहीं. हालांकि जिंदगी प्राकृतिक बनावट के कारण काफी संघर्षमय होती है. लेकिन पहाड़ों के लोगों में भी बाल झड़ने की बड़ी समस्या पैदा हो गयी है. ऐसे में अल्मोड़ा का सरकारी अस्पताल एक अच्छी खबर लेकर आया है. इस अस्पताल में अब बाल झड़ने का भी इलाज किया जा रहा है और वो भी काफी कम दाम में.

बाल झड़ने की समस्या से आज हर कोई परेशान है. कई लोग ऐसे भी होते हैं, जो झड़ते बालों का इलाज करने से बचते हैं क्योंकि इस पर खर्च काफी आता है. प्राइवेट अस्पतालों और हेयर सैलून में तो मुंहमांगे दाम मांगे जाते हैं. अगर आप भी कम खर्च में झड़ते बालों का इलाज कराना चाहते हैं, तो उत्तराखंड के अल्मोड़ा के जिला अस्पताल में हेयरफॉल का इलाज हो रहा है. चर्म रोग विशेषज्ञ डॉक्टर नमन लोहनी हेयरफॉल के मरीजों का इलाज कर रहे हैं.

पहाड़ के लोग भी हेयरफॉल से परेशान
बाल झड़ने की समस्या अब पहाड़ों में भी आम हो चली है. ये समस्या इतनी बढ़ गयी है कि सरकारी अस्पताल में भी इसका इलाज शुरू हो गया है और वो भी सस्ते दाम पर. लोग अस्पताल आकर कम खर्च में अपना उपचार करा रहे हैं. जिला अस्पताल में 29 रुपये की पर्ची कटाकर मरीज डॉक्टर को दिखा रहे हैं और एक हजार रुपये से भी कम में हेयरफॉल की समस्या से निजात पा रहे हैं.

कम खर्च में सही इलाज
हेयरफॉल का इलाज कर रहे डॉक्टर नमन लोहनी बताते हैं उनकी ओपीडी में हर रोज कई मरीज हेयरफॉल की समस्या लेकर आते हैं. और कम खर्च में उन्हें फायदा भी मिल रहा है. कई मरीज ऐसे भी हैं, जिनके अब नए बाल आने शुरू हो गए हैं. अगर झड़ते बालों का इलाज सही समय पर कर लें, तो इससे आसानी से निपटा जा सकता है. हेयरफॉल का इलाज कराने से पहले कई तरह की जांच करानी पड़ती हैं. इस वजह से इसमें खर्च अधिक आता है. प्राइवेट की अपेक्षा सरकारी अस्पताल में इसका कम खर्च है. जांचें अस्पताल में कम दाम या फ्री में हो जाती हैं और इससे संबंधित कई दवाइयां अस्पताल से ही मिल जाती हैं. यहां प्राइवेट अस्पताल के मुकाबले कम खर्च में हेयरफॉल का इलाज हो जाता है.

Hindi News Haryana

Learn More →

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *