कनाडा के ओटावा के एक घर में ढाई महीने की बच्ची समेत 6 लोगों की चाकू मारकर हत्या कर दी गई. हत्या के आरोप में 19 साल के लड़के को गिरफ्ता किया गया है. वह श्रीलंका का रहने वाला है. ओटावा पुलिस प्रमुख एरिक स्टब्स ने बताया कि संदिग्ध ने हत्या के लिए किसी धारदार हथियार या चाकू जैसी वस्तु का इस्तेमाल किया गया था. उन्होंने बताया कि आरोपी की पहचान फेब्रियो डी-जोयसा के रूप में की गई है. उस पर हत्या करने एवं हत्या की कोशिश करने के आरोप लगाए गए हैं.
कनाडा में सामूहिक हत्याकांड की घटनाएं आम नहीं हैं. स्टब्स ने बताया कि इस घटना में मारे गए लोग श्रीलंकाई नागरिक थे और वे हाल में कनाडा आए थे. उन्होंने बताया कि मृतकों में 35 वर्षीय महिला दर्शनी बनबरनायके गामा वालवे दर्शनि दिलानथिका एकन्याके, उसका 7 साल का बेटा इनुका विक्रमसिंघे, 4 साल की बेटी अश्विनी विक्रमसिंघे, 2 साल की बेटी रिन्याना विक्रमसिंघे और ढाई महीने की बच्ची केली विक्रमसिंघे तथा परिवार का परिचित 40 वर्षीय अमरकूनमुबियांसेला गे गामिनी अमरकून शामिल है.
पुलिस प्रमुख ने बताया कि जब अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे तो मृतक बच्चों का पिता घर के बाहर था. लोगों से आपात सेवाओं को फोन करने की गुहार लगा रहा था. पुलिस को बुधवार रात 10 बजकर 52 मिनट पर दो फोन कॉल आए थे. पुलिस ने बताया कि पिता भी गंभीर रूप से घायल है और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है लेकिन उसकी जान को खतरा नहीं है.
कोर्ट ने सुनवाई टाली
स्टब्स ने कहा, ‘यह निर्दोष लोगों पर की गई हिंसा का एक संवेदनहीन काम है.’’ श्रीलंका के उच्चायोग ने कहा कि वह देश की राजधानी कोलंबो में पीड़ितों के रिश्तेदारों के संपर्क में है. डी-जोयसा को बृहस्पतिवार को अदालत में पेश किया गया. उसके मामले की सुनवाई को 13 मार्च तक स्थगित किया गया है.
प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने जताया दुख
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भी इस घटना पर दुख जताया है. उन्होंने कहा कि हिंसा की भयानक घटना से देश सकते में हैं.