बिहार की राजधानी पटना से पिछले साल (01 मार्च 2023) को रहस्यमयी तरीके से लापता हुए डॉ. संजय कुमार की गुमशुदगी का केस एक साल बाद भी सॉल्व नहीं हो पाया है. बता दें कि पटना के नालंदा मेडिकल कॉलेज में फार्माकोलॉजी विभाग के प्रमुख और एग्जामिनेशन कंट्रोलर के पद पर कार्यरत डॉ. संजय कुमार बुधवार 01 मार्च 2023 को लापता हो गए. दरअसल, वह शाम को मुजफ्फरनगर के एक कॉलेज के निरीक्षण के लिए निकले थे. बुधवार को आखिरी बार पत्नी से बात करने के बाद से वे लापता हो गए. अगले दिन गुरुवार को डॉ. कुमार के परिजनों ने पत्रकार नगर थाने में अपहरण का मामला दर्ज कराया.
कॉलेज ऑफ कॉमर्स, आर्ट्स एण्ड साइंस में, अंग्रेजी विभाग की प्रोफेसर सलोनी कुमार ने अपने गुमशुदा पति डॉ. संजय को ढूंढने में कोई कसर नहीं छोड़ी. उन्होंने Local 18 को बताया कि इस मामले और जांच को एक साल होने जा रहा है, लेकिन पुलिस अब तक मेरे पति डॉ. संजय कुमार के लापता होने का कोई सुराग नहीं ढूंढ पाई है. प्रो. सलोनी कुमार ने बताया कि मेरे बच्चे भ्रमित हैं, भावनात्मक रूप से टूट गए हैं और अपने जीवन की त्रासदी से जूझ रहे हैं. वहीं, मैं एक महिला के रूप में, अकेली पड़ गई हूं. साथ ही अनंत काल तक पीड़ा झेलने के लिए भी अभिशप्त हूं. सलोनी कुमार ने आगे कहा कि मेरे जीवन के पीड़ा दायक घंटों में तनाव दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है.
शेखर सुमन ने भी लगाई थी गुहार
बता दें कि डॉ. संजय कुमार की पत्नी शेखर सुमन की बहन है. डॉ. संजय कुमार के बहनोई बॉलीवुड अभिनेता शेखर सुमन ने भी इस मुद्दे को कई बार मीडिया में उठाया था. लेकिन पिछले 01 साल में कई बार प्रयास करने के बावजूद भी डॉ संजय कुमार नहीं मिले और ना ही कोई सुराग मिला है. परिवार के सदस्यों ने कहा है कि संजय कुमार एक साधे आदमी हैं, उनकी किसी से कोई पुरानी दुश्मनी नहीं है. बताते चलें कि जिस कार से डॉ. संजय कुमार मुजफ्फरपुर के एक कॉलेज में निरीक्षण को निकले थे. बाद में पटना और हाजीपुर को जोड़ने वाली महात्मा गांधी सेतु पर लावारिस हालत में मिली थी. जानकारी के अनुसार गांधी सेतु पर अंतिम बार सीसीटीवी में दिखे थे. सीसीटीवी फुटेज में भी डॉ संजय कुमार अकेले ही पैदल चलते दिख रहे हैं. गुमशुदा डॉ. संजय कुमार और प्रो. सलोनी कुमार की बेटी सूर्यवंशी समृद्धि ने भी सोशल मीडिया पर एक भावनात्मक पत्र लिखकर सभी से अपील की थी कि वह उसके पिता के बारे में कोई सुराग पाने में उसके परिवार की मदद करें. बताते चलें कि डॉ. संजय कुमार ने आखिरी बार अपनी पत्नी से 01 मार्च 2023 को शाम 7:42 बजे के आसपास बातचीत की थी.
क्या कहती है पुलिस?
थाने के वर्तमान एसएचओ अभय की माने तो डॉक्टर संजय की कार गांधी सेतु पर लावारिस हालत में पाई गई थी. पुलिस ने उनकी तलाश के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के एक्सपर्ट गोताखोरों को भी लगाया और उनके सेलफोन की फोरेंसिक जांच भी की, लेकिन अब तक मामले में कोई सफलता नहीं मिल पाई है. इसके अलावा उन्होंने ये भी बताया कि पुलिस ने गुमशुदा डॉक्टर की तलाश में चार राज्यों – उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, झारखंड और पश्चिम बंगाल में भी लापता और मृत व्यक्तियों के रिकॉर्ड खंगाले पर हाथ कुछ भी नहीं लगा. पत्रकार नगर थाने के एसएचओ ने आगे बताया कि ये केस अब भी एक्टिव है इसे बंद नहीं किया गया है.