हरण का इस्तेमाल औषधि के रूप में किया जाता रहा है. इसका स्वाद मीठा और कड़वा होता है. इसका उपयोग लोकप्रिय आयुर्वेदिक त्रिफला के अवयव के रूप में भी किया जाता है. सेहत के लिए फायदेमंद होने के बावजूद कड़वा होने के कारण लोग हरण का सेवन सीधे नहीं कर पाते है. लेकिन, इसका मुरब्बा का स्वाद भी लाजवाब है. रीवा शहर के अमहिया मार्केट में यह मुरब्बा खूब बिकता है. लोगों के द्वारा इस टेस्ट को काफी पसंद किया जाता है.
धनवंतरी क्षमा प्राकृतिक वन औषधि योगांजलि आरोग्य केंद्र रीवा से जुड़े वैद्य एमएल मिश्रा ने कहा कि हरण पेट से जुड़ी हुई बीमारियों के लिए रामबाण की तरह काम करता है. हरण में गैलिक एसिड नाम का तत्व मौजूद होता है, जो कॅलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करता है. इसमें विटामिन सी, आयरन, मैंगनीज, सेलेनियम, और तांबा भी पाया जाता है. हरण का मुरब्बा के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है. इसका मुरब्बा बेहद फायदेमंद होता है. इसके सेवन से शरीर को कई फायदे होते है. इससे आंखों की रोशनी तेज होती है. इसके साथ ही बाल भी सफेद नहीं होते, भूख न लगना, अपच, पेट का अल्सर जैसी तकलीफों में भी हरण का मुरब्बा बेहद फायदेमंद है. हरण का सेवन करने से स्वास्थ याद दाश्त भी तेज होता है.
अमहिया मार्केट में मिलता है यह आचार
रीवा के केशवरवानी अचार भंडार में स्वाद से भरपूर हरण का मुरब्बा मिलता है. यह मुरब्बा काफी पसंद किया जाता है. यह मुरब्बा शहर के बीचों बीच अमहिया गल्लामंडी रोड में स्थित है. दुकान के संचालक श्री निवास गुप्ता बताते है कि इस मुरब्बा की काफी डिमांड है. अक्सर लोग फोन करके हरण के मुरब्बा का ऑर्डर देते है. जैसे ही यह मुरब्बा तैयार होता है तुरंत बिक जाता है.