शाहनी आहूजा का जन्म साल 1973 में दिल्ली में हुआ. उन्होंने दिल्ली यूनिर्वसिटी के हंसराज कॉलेज से पढ़ाई की. जब 2005 में सुधीर मिश्रा की क्लासिक फिल्म ‘हजारों ख्वाहिशें ऐसी’ से डेब्यू किया तो उन्हें सिनेमा की दुनिया नया सितारा कहा गया. इसके बाद उन्होंने आमिर खान-काजोल की मूवी ‘फना’ में बेहतरीन अभिनय किया. लेकिन उन्हें पहचान ‘गैंगस्टर’ और ‘वो लम्हें’ मूवी से मिली. इन दोनों फिल्म में उनके अपॉजिट कंगना रनौत थीं.
साल 2007 में आई ‘लाइफ इन मेट्रो’ और ‘भूल-भूलैया’ से उनका करियर बुलंदियों पर पहुंच गया. जिस नाम को बनाने में उन्हें 35 साल लगे वो सिर्फ चंद मिनटों में बर्बाद हो गया. दरअसल आहूजा पर उनकी घरेलू नौकरानी ने रेप का आरोप लगाया. साल 2009 में उनकी नौकरानी ने कहा कि शाइनी ने उसके साथ उस समय ज़बरदस्ती की जब उनकी पत्नी और बेटी घर पर नहीं थीं. पुलिस के मुताबिक शाइनी ने नौकरानी को अपने कमरे में पानी के लिए बुलाया और दरवाजा बंद कर उसके साथ रेप किया. (AFP)
इस मामले में शाइनी आहूजा को साल 2011 में एक ट्रायल कोर्ट ने सात साल की सजा सुनाई थी. रेप का आरोप लगते ही शाइनी आहूजा का फिल्मी करियर डूब गया. 2009 से 2015 तक वह सिर्फ तीन फिल्मों में दिखे. उन्हें आखिरी बार साल 2015 में अनीस बज्मी ने ‘वेलकम बैक’ में मौका दिया. इस फिल्म में उन्होंने गैंगस्टर बने नसीरूद्दीन शाह के बेटे का किरदार निभाया.
शाइनी बॉलीवुड डेब्यू से पहले ही साल 1997 में अनुपम पांडे से शादी की थी. उनकी एक बेटी है जिसका नाम अर्शिया है. यह स्टार अब लाइमलाइट से दूर है. परिवार चलाने के लिए वह खुद खा बिजनेस चलाते हैं.