वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार (1 फरवरी) को वित्त वर्ष 2024-25 के लिए अंतरिम बजट पेश किया. शेयर बाजार को बजट से काफी उम्मीदें थी, लेकिन बाजार को बजट रास नहीं आया है. अंतरिम बजट के दिन बाजार में भारी वौलेटिलिटी देखने को मिली और अंत में सेंसेक्स-निफ्टी लाल निशान में बंद हुआ. कारोबार के अंत में तीस शेयरों पर आधारित बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स (Sensex) 107 अंक यानी 0.15 फीसदी की गिरावट के साथ 71,645.30 के स्तर पर बंद हुआ. वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी (Nifty) 28.25 अंक यानी 0.13 फीसदी की गिरावट के साथ 21,697.45 के स्तर पर बंद हुआ.
31 जनवरी को हरे निशान पर बंद हुआ था बाजार
बीते कारोबारी सत्र यानी 31 जनवरी को कारोबार के अंत में बीएसई सेंसेक्स 612.21 अंक यानी 0.86 फीसदी की तेजी के साथ 71,752.11 अंक पर बंद हुआ था. पचास शेयरों पर आधारित एनएसई निफ्टी 203.60 अंक यानी 0.95 फीसदी की बढ़त के साथ 21,725.70 अंक पर बंद हुआ था.
लाभांश के रूप में आरबीआई, PSU बैंकों से 1.02 लाख करोड़ रुपये की प्राप्ति का अनुमान
सरकार ने गुरुवार को अगले वित्त वर्ष के लिए आरबीआई और पब्लिक सेक्टर के वित्तीय संस्थानों से 1.02 लाख करोड़ रुपये की लाभांश आय का अनुमान रखा है. सरकार चालू वित्त वर्ष में 48,000 करोड़ रुपये के बजट अनुमान के मुकाबले 1.04 लाख करोड़ रुपये का लाभांश प्राप्त करने के रास्ते पर है. चालू वित्त वर्ष का अनुमान बजट अनुमान से अधिक है. इसका कारण यह है कि आरबीआई ने पिछले साल मई में 87,416 करोड़ रुपये का लाभांश दिया था. पिछले वित्त वर्ष में सरकार ने आरबीआई और सार्वजनिक क्षेत्र के वित्तीय संस्थानों से 39,961 करोड़ रुपये जुटाए थे.