मध्य प्रदेश के हरदा जिले में हड़कंप मचा हुआ है. यहां मगरधा रोड पर स्थित पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट हो गया है. कई फायरब्रिगेड मौके पर पहुंच गई हैं. इस हादसे में 10 लोगों की मौत हो गई है. जबकि, 190 लोग घायल हैं. अफरा-तफरी के बीच दीवारों में दरारें आ गई हैं. अस्पताल में भी भगदड़ का मौहाल बना हुआ है. दूसरी ओर, हरदा में हुई इस घटना का मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने संज्ञान लिया है. उन्होंने इस मामले में आपात बैठक बुला ली. मुख्यमंत्री यादव ने तत्काल घटना का संज्ञान लेते हुए मंत्री प्रद्युम्न सिंह तौमर, उदय प्रताप सिंह, एसीएस अजीत केसरी, डीजी होम गार्ड अरविंद कुमार हेलीकॉप्टर से जाने के निर्देश दिए.
घायलों को एयरलिफ्ट किया जाएगा. इधर, भोपाल, इंदौर में मेडिकल कॉलेज और एम्स भोपाल में बर्न यूनिट को आवश्यक तैयारी करने को कहा है. इंदौर, भोपाल से फायरब्रिगेड को भेजा जा रहा है. कलेक्टर ऋषि गर्ग ने कहा कि पटाखा फैक्ट्री में अचानक आज सुबह ब्लास्ट हुआ है. भीषण आग लगी हुई है. इस विस्फोट में कई लोग घायल हुए हैं. 20-25 लोगों को हमने अस्पताल में एडमिट कराया है. कई लोगों की हालत गंभीर है. रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. हमने आसपास के जिलों से एंबुलेंस, डॉक्टरों की टीम, स्टेट डिजास्टर रेस्पॉन्स टीम और एनडीआरएफ की टीम को भी बुलाया है.
इंदौर-नर्मदापुरम से भारी टीम हरदा रवाना
इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि इंदौर के शासकीय और प्राइवेट अस्पताल की बर्न यूनिट में तैयारियां शुरू हो गई हैं. 200 बर्न यूनिट बेड बनाने की तैयारी है. इंदौर से 20 आईसीयू एम्बुलेंस हरदा के लिए रवाना हो गई हैं. इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह ने एमवाय हॉस्पिटल में बर्न यूनिट का निरीक्षण किया. फायर फाइटर की टीम, बर्न स्पेशलिस्ट डॉक्टर इंदौर से हरदा के लिए रवाना हो गए हैं. हरदा के पटाखा फैक्ट्री में हुई भीषण दुर्घटना के मद्देनजर नर्मदापुरम कलेक्टर सोनिया मीना ने तीन एंबुलेंस, 6 फायर ब्रिगेड रवाना की हैं. रेस्क्यू के लिए 19 एसडीआरएफ जवानों को आपदा सामग्री के साथ भेजा गया है. जवानों के साथ आग बुझाने वाले यंत्र, फायर एंट्री शूट, सर्च लाइट, स्ट्रेचर, हेलमेट, ब्रीथिंग अप्रेटस सेट ट्रेवलर बस और रेस्क्यू वाहन से भेजे गए हैं.