भारतीय घरों में दूध को पहले उबालने की आदत है. यह सच है कि हानिकारक बैक्टीरिया से छुटकारा पाने के लिए दूध को उबालना जरूरी है, लेकिन यह केवल कच्चे दूध के लिए ही मान्य है. पाश्चुरीकृत दूध जो बाजार में पॉलीबैग पैकिंग में उपलब्ध है, पहले से ही बैक्टीरिया को नष्ट करने की प्रक्रिया से गुजर चुका है और पैकेट से पीने के लिए उपयुक्त है. लेकिन अगर हमने खुद से दूध के सारे पोषक तत्व खत्म कर दिए हैं तो इसे पीने का कोई मतलब नहीं है. ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि अभी भी 90 प्रतिशत लोग दूध उबालने का सही तरीका नहीं जानते हैं.
हम सभी दूध को हेल्थ के लिए सबसे परफेक्ट ड्रिंक मानते हैं. दूध एक ऐसा पेय पदार्थ है, जो कई खाने की चीजों में उपयोग किया जाता है. लेकिन क्या हम वो दूध पी रहे हैं, जिसमें सभी पोषण तत्व शामिल हैं. हम दूध को अगर सही तरह से उबाल रहे हैं, तो यह हमारे लिए हेल्दी है. आइए जानते हैं कि दूध उबालने का सही तरीका क्या है…
दूध उबालने का सही तरीका
पैकेटबंद दूध को पीने से पहले थोड़ा गर्म करना सुरक्षित है लेकिन इसे 10 मिनट से ज्यादा उबालने से बचें. एक गिलास दूध मध्यम आंच पर 4-5 मिनट में पर्याप्त गर्म हो जाता है और पीने लायक हो जाता है. इससे यह सुनिश्चित होगा कि दूध में आवश्यक पोषक तत्व बरकरार रहेंगे. आप कच्चे दूध को एक बार में उबाल सकते हैं और फिर इसे संरक्षित करने के लिए रेफ्रिजरेटर में रख सकते हैं. इसी तरह, पाश्चुरीकृत दूध के मामले में, केवल उतनी ही मात्रा में दूध लें जितनी आपको चाहिए और इसे उबालने के बजाय गर्म करें.
दूध उबालते समय इस बात का ध्यान जरूर दें-
-पैकेटबंद दूध या कच्चा दूध उबालने से पहले 1 एक चौथाई साफ पानी जरूर डालें, इससे दूध का पोषक तत्व बरकरार रहता है.
-दूध को अधिक देर तक न उबालें
-दूध को उबालने के बाद ज्यादा देर तक खुले में न रखें.
-एक बार दूध ठंडा हो जाए तो इसे लंबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए फ्रिज में रख दें.
-दूध को बार-बार गर्म न करें. बस एक बार उबालें और कोशिश करें कि इसे दोबारा उबाले बिना ही इस्तेमाल करें.
-दूध को उबालते समय चलाते रहें.
-दूध को गर्म करने और दोबारा गर्म करने के लिए माइक्रोवेव-ओवन का उपयोग न करें.
TOI की रिपोर्ट के हवाले से डेयरी एक्सपर्ट संजीव तोमर ने बताया कि यह सब आपके द्वारा उपयोग किए जा रहे दूध के प्रकार पर निर्भर करता है. सुनिश्चित करें कि आप ऊपर दिए गए सुझावों को ध्यान में रखें और आप जिस प्रकार के दूध का उपयोग कर रहे हैं उसके आधार पर अपने दूध को उबालें या गर्म करें और पोषण से समझौता किए बिना इसका आनंद लें.