हंसते समय अगर दांतों का पीलापन आपका कॉन्फिडेंस कम कर देता है, तो टेंशन लेने की कोई बात नहीं! आजकल चमचमाते दांत पाने के लिए महंगे ट्रीटमेंट करवाना जरूरी नहीं है. रसोई में मौजूद कुछ जड़ी-बूटियां आपके काम आ सकती हैं. जी हां, ये नेचुरल चीजें दांतों को सफेद करने में कारगर साबित हो सकती हैं. तो फटाफट जानते हैं ऐसे ही 5 जड़ी-बूटियों के बारे में, जो दिलाएंगी आपको मोती जैसे चमकते दांत.
नीम: दांतों का नेचुरल रक्षक
नीम को सदियों से औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है. दांतों को मजबूत बनाने और मसूड़ों की समस्याओं को दूर करने के अलावा, नीम दांतों को नेचुरली सफेद करने में भी मदद करता है. नीम की पत्तियों को चबाने या नीम के दातून का इस्तेमाल करने से दांतों पर जमी गंदगी साफ होती है और दांतों का रंग भी निखरता है.
पुदीना: ताजगी के साथ सफेदी
पुदीना न सिर्फ मुंह की बदबू को दूर करता है, बल्कि दांतों को सफेद करने में भी मदद करता है. पुदीने की पत्तियों को पीसकर उसमें थोड़ा सा नमक मिलाकर ब्रश करें. पुदीने के नेचुरल ऑयल दांतों पर जमे बैक्टीरिया को खत्म करते हैं, जिससे दांतों का रंग साफ होता है.
स्ट्रॉबेरी: स्वादिष्ट और सफेडी का खजाना
स्ट्रॉबेरी में मौजूद मैलिक एसिड दांतों पर जमे दागों को हटाने में मदद करता है. स्ट्रॉबेरी को मैश करके उसमें बेकिंग सोडा मिलाकर पेस्ट बनाएं. इस पेस्ट को ब्रश पर लगाकर दांतों को धीरे से ब्रश करें. हफ्ते में एक या दो बार इस उपाय को अपनाने से फर्क साफ नजर आएगा.
लौंग: दर्द से राहत और सफेद दांत
लौंग न सिर्फ दांतों के दर्द में राहत दिलाती है, बल्कि दांतों को सफेद करने में भी मदद करती है. लौंग को पीसकर उसमें थोड़ा सा सरसों का तेल मिलाएं. इस पेस्ट को दांतों पर लगाकर कुछ देर के लिए छोड़ दें और फिर ब्रश कर लें. लौंग के एंटीसेप्टिक गुण मसूड़ों को हेल्दी रखते हैं और दांतों को सफेद बनाते हैं.
तुलसी: दांतों के लिए वरदान
तुलसी अपने औषधीय गुणों के लिए जानी जाती है. दांतों को साफ करने और मसूड़ों को मजबूत बनाने के लिए तुलसी के पत्तों को चबाना फायदेमंद होता है. तुलसी के एंटीसेप्टिक गुण मुंह में बैक्टीरिया को पनपने से रोकते हैं, जिससे दांतों का रंग साफ और चमकदार बना रहता है.