UGC NET : नीट यूजी 2024 पेपर लीक मामला अभी थमा भी नहीं कि अब यूजीसी नेट परीक्षा सुर्खियों में आ गई. इन दोनों बड़ी परीक्षाओं का आयोजन एनटीए करती है. इस साल 8 जून को यूजीसी नेट परीक्षा हुई थी. जून सेशन 2024 की इस परीक्षा में 9 लाख से ज्यादा कैंडिडेट्स शामिल हुए थे. पेपर लीक होने के चलते यूजीसी नेट को रद्द करने का फैसला लिया गया है. अब नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की ओर से जल्द ही परीक्षा की नई तारीख का ऐलान किया जाएगा. इसी बीच यहां आपको यूजीसी नेट परीक्षा के बारे में तमाम जरूरी जानकारी देने जा रहे हैं…
यूजीसी नेट परीक्षा
नेट का फुल फॉर्म नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट और जेआरएफ का जूनियर रिसर्च फेलोशिप है. यूजीसी नेट जेआरएफ परीक्षा को करियर ऑप्शंस का गेटवे कहा जाता है. दरअसल, नेट जेआरएफ एग्जाम की रूपरेखा यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन द्वारा तैयारी की जाती है, इसलिए इसका पूरा नाम UGC NET JRF परीक्षा है. हालांकि, परीक्षा का आयोजन एनटीए करती है. यूजीसी नेट परीक्षा एक साल में दो बार जून और दिसंबर में आयोजित की जाती है.
क्या अलग-अलग हैं UGC NET और JRF?
नेट और जेआरएफ की परीक्षा एक ही होती है, लेकिन दोनों के लिए कटऑफ अलग-अलग होता है. नेट क्वॉलिफाई करने वाले कैंडिडेट्स में से टॉप 6 प्रतिशत की मेरिट में आने वाले उम्मीदवार जूनियर रिसर्च फेलोशिप के योग्य माने जाते हैं. जेआरएफ कैंडिडेट्स को रिसर्च करने के सरकार की ओर से हर महीने स्कॉलरशिप भी मिलती है. वहीं, नेट क्वालिफाई कैंडिडेट्स को किसी तरह की स्कॉलरशिप नहीं दी जाती है.
नेट जेआरएफ एग्जाम क्यों होती है?
देश भर के यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर के तौर पर नौकरी करने और पीएचडी में एडमिशन लेने के लिए यूजीसी नेट पास करना जरूरी है. नेट क्वॉलिफाई कैंडिडेट्स को कई सरकारी और प्राइवेट जॉब्स में प्रायरिटी दी जाती है. वहीं, जेआरएफ कैंडिडेट्स को उनके पसंदीदा टॉपिक पर रिसर्च करने का मौका मिलता है. दो साल तक हर इन्हें स्कॉलरशिप मिलती है. कई जगह JRF क्वालिफाईड्स के लिए वैकेंसी भी निकलती हैं.
कौन दे सकता है यूजीसी नेट परीक्षा?
यूजीसी नेट परीक्षा देने के लिए किसी भी विषय में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए. फाइनल ईयर वाले भी फॉर्म भर कर सकते हैं. इसके लिए कोई एड लिमिट तय नहीं की गई है.
वहीं, जूनियर रिसर्च फेलोशिप एग्जाम देने के लिए कैंडिडेट की अधिकतम एज लिमिट 32 साल तय है. हालांकि, रिजर्व कैटेगरी के कैंडिडेट्स को इसमें 3-7 साल तक की छूट दी जाती है.
यूजीसी नेट क्वालिफाई करने के फायदे
असिस्टेंट प्रोफेसर
यूजीसी नेट परीक्षा के जरिए असिस्टेंट प्रोफेसर बनने की पात्रता मिल जाती है. नेट क्वॉलिफाई करके आप पीएचडी भी कर सकते हैं. इसके बाद आप यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर बन सकते हैं.
जेआरएफ
इस परीक्षा के जरिए ही जूनियर रिसर्च फेलोशिप के लिए चयन किया जाता है. चयनित कैंडिडेट्स को सरकार की ओर से फेलोशिप पूरी करने के लिए दो साल तक 37,000 रुपये महीने के मिलते है. इसके बाद सीनियर लेवल तक पहुंचने पर 42,000 रुपये मंथली स्टाइपेंड मिलता है.
सरकारी नौकरी
यूजीसी नेट पास करके सरकारी नौकरी भी कर सकते हैं. पब्लिक सेक्टर की कई कंपनियां जैसे इंडियन ऑयल, भेल, एनटीपीसी, पीजीसीआईएल, ओएनजीसी नेट पास कैंडिडेट्स के लिए वैकेंसी निकालती है.