विभोर ने दिल्ली से मुंबई जाने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट में अपनी मां सुषमा मलिक और पिता सुरेंद्र मलिक के लिए एयर टिकट बुक कराई थी. हवाई यात्रा पर रवाना होने से ठीक पहले सुषमा मलिक की अचानक तबियत बिगड़ गई और उन्हें हॉस्पिटल में एडमिट कराना पड़ा. ऐसे स्थिति में, विभोर के माता-पिता के लिए हवाई यात्रा करना संभव नहीं था.
विभोर ने नियमों के तहत, अपनी मां की बीमारी के बाबत समय रहते न केवल सूचना दे दी, बल्कि हॉस्पिटल से जुड़े सभी दस्तावेज भी एयरलाइंस को उपलब्ध करा दिए. विभोर ने एयरलाइंस से अनुरोध किया कि मेडिकल ग्राउंड पर उनके माता-पिता की टिकट कैंसिल कर उनको पूरा रिफंड जारी किया जाए. विभोर ने एयरलाइन से यह अनुरोध जनवरी 2024 के पहले सप्ताह में किया था.
इसके बाद, समय बीतता गया, पर एयरलाइंस से कोई खबर न आई. आखिर में परेशान होकर विभोर ने एयरलाइंस के कॉल सेंटर में फोन करना शुरू किया, लेकिन वहां भी उसे रटारटाया जवाब सुना दिया गया. तमाम आश्वासन के बाद भी जब कोई नतीजा नहीं मिला, तो विभोर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपनी आवाज उठाना शुरू कर दी. इसके बाद, एयरलाइंस की तरफ से विभोर को एक जवाब भेजा गया.
मेडिकल सर्टिफिकेट के बहाने रद्द किया रिफंड
इस जवाब में विभोर को सूचित किया गया था कि उनका पेमेंट रिफंड के बारे में उस ट्रैवल पोर्टल से संपर्क करना चाहिए, जिसके जरिए टिकट बुक कराई थी. विभोर ने तत्काल इस बाबत ट्रैवल पोर्टल से संपर्क किया. लेकिन वहां से जो जवाब आया, उसे पढ़कर विभोर के पैरों तले जमीन खिसक गई. दरअसल, ट्रैवल पोर्टल क्लियर ट्रिप ने उनकी रिक्वेस्ट को मेडिकल सर्टिफिकेट रीजन से रिजेक्टर कर दिया था.
उन्हीं दस्तावेजों पर इंडिगो एयरलाइंस ने दिया रिफंड
वहीं, विभोर को एयर इंडिया का जवाब पढ़कर इसलिए भी निराशा हुई, क्यों कि वापसी के लिए उन्होंने इंडिगो एयरलाइंस से टिकट बुक कराया था और इंडिगो एयरलाइंस ने इन्हीं मेडिकल सर्टिफिकेट पर महज दो दिनों के भीतर उनके टिकट का रिफंड जारी कर दिया था. अब इस बात को ढाई महीने से भी ऊपर बीत चुका है, लेकिन विभोर अपने रिफंड के लिए अभी भी एयरलाइंस और ट्रैवल एजेंट के बीच वर्चुअल चक्कर लगा रहे हैं.